बाढ़ में हरे चारे की भारी किल्लत, अपने पशुओं को ये चीजें खिलाएं किसान

बाढ़ में हरे चारे की भारी किल्लत, अपने पशुओं को ये चीजें खिलाएं किसान

पशुओं को उसके खुराक के अनुसार चारा नहीं मिलने से पशुओं के सेहत और दूध उत्पादन दोनों पर असर पड़ता है. जिस कारण चारे के संकट से पशुपालकों की परेशानी हर साल बाढ़ के मौसम में बढ़ जाती है. सरकार अब तक मवेशियों के लिए चारा की आपूर्ति नहीं कर रही है.

Advertisement
बाढ़ में हरे चारे की भारी किल्लत, अपने पशुओं को ये चीजें खिलाएं किसानपशुओं को खिलाएं ये चारा

कई जगहों पर लगातार हो रही बारिश की वजह से खेतों में ही नहीं बल्कि घरों में भी पानी घुस गया है. इतना ही नहीं बाढ़ के पानी की वजह से फल, सब्जियां और पशुओं के चारे की भी किल्लत हो गई है. खेतों में पानी भर जाने की वजह से पशुओं को खेतों में जाकर चरने का समय नहीं मिल पाता है. साथ ही खेतों में पानी भर जाने की वजह से चारा भी नहीं मिल पाता है. 

बाढ़ में चारे की कमी और सुझाव

पशुओं को उसके खुराक के अनुसार चारा नहीं मिलने से पशुओं के सेहत और दूध उत्पादन दोनों पर असर पड़ता है. जिस कारण चारे के संकट से पशुपालकों की परेशानी हर साल बाढ़ के मौसम में बढ़ जाती है. सरकार अब तक मवेशियों के लिए चारा की आपूर्ति नहीं कर रही है. पशुपालक ऊंचे दामों पर अपने मवेशियों के लिए चारा खरीदने को मजबूर हैं. चारे के अलावा मवेशियों के बीमार होने की भी संभावना अधिक रहती है. वहीं बारिश में वायरल बीमारियों का खतरा भी अधिक रहता है. ऐसे स्थिति में पशुओं को अधिक देखभाल और खाने की जरूरत होती है. इसी कड़ी में आइए जानते हैं बारिश और बाढ़ में पशुओं को क्या खिलाएं.

ये भी पढ़ें: गन्ने की बेहतर पैदावार के लिए बरसात में अपनाएं ये टिप्स, कृषि वैज्ञानिकों ने दिया सुझाव

बाढ़ के दौरान ये खिलाएं

बाढ़ के दौरान, हरे चारे की कमी एक आम समस्या है. यहां कुछ वैकल्पिक चारा विकल्प दिए गए हैं जिन पर किसान अपने पशुओं के लिए विचार कर सकते हैं.

  • सूखा चारा: बाढ़ के दौरान मवेशियों को खिलाने के लिए घास या भूसा जैसे सूखे चारे का भंडारण करें.
  • हरे चारे के विकल्प के रूप में चना, गेहूं का चोकर या चावल की भूसी जैसे सांद्रण प्रदान करें.
  • साइलेज: मक्का, ज्वार या अन्य फसलों से बना साइलेज खिलाएं.
  • फसल अवशेष: धान के भूसे, गेहूं के भूसे या गन्ने के कचरे जैसे फसल अवशेषों का उपयोग चारे के रूप में करें.
  • शराब बनाने का कचरा: कुछ किसान शराब बनाने के कचरे का उपयोग पौष्टिक चारे के पूरक के रूप में करते हैं.
  • अजोला: अजोला एक जलीय फर्न है जिसे जलभराव वाले क्षेत्रों में उगाया जा सकता है और पौष्टिक चारे के पूरक के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है.
  • पेड़ के पत्ते: बरसीम, सुबाबुल या शहतूत जैसे कुछ पेड़ों के पत्तों का उपयोग चारे के पूरक के रूप में किया जा सकता है.

यह सुनिश्चित करने के लिए कि वैकल्पिक चारा पोषण के नजरिये से संतुलित है और आपके पशुओं के लिए उपयुक्त है, पशुचिकित्सक या पशु पोषण विशेषज्ञ से जरूर सलाह लें.

POST A COMMENT