Green Fodder: हरे चारे की इस नई किस्म से बढ़ेगा पशुओं का दूध, 10 फीसद है प्रोटीन 

Green Fodder: हरे चारे की इस नई किस्म से बढ़ेगा पशुओं का दूध, 10 फीसद है प्रोटीन 

वाइस चांसलर का कहना है कि जई एचएफओ 906 किस्म की हरे चारे की औसत पैदावार 655.1 क्विंटल व सूखे चारे की औसत पैदावार 124.4 क्विंटल प्रति हैक्टेयर है. इसकी बीज की औसत पैदावार 27.4 क्विंटल प्रति हैक्टेयर है जबकि, क्रूड प्रोटीन की पैदावार 11.4 क्विंटल प्रति हैक्टेयर है. इस किस्म के चारे में प्रोटीन की मात्रा 10 फीसद है.

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Green Fodder: हरे चारे की इस नई किस्म से बढ़ेगा पशुओं का दूध, 10 फीसद है प्रोटीन 

पशुपालक गाय-भैंस का हो या फिर भेड़-बकरी का, एक परेशानी सभी की एक जैसी ही है. और वो है हरा चारा. हरा चारा ऐसा हो जिससे पशु का शारीरिक विकास बढ़े, पशु ज्यादा से ज्यादा दूध दे. और सबसे बड़ी बात ये है कि वो हरा चारा साल के 12 महीने मिले. क्योंकि आज हरे चारे की बहुत कमी देखी जा रही है. खासतौर पर गर्मियों के मौसम में हरा चारा मिलना बहुत ही मुश्किल हो जाता है. पशुपालकों की इसी परेशानी को दूर करने की कोशिश की है चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (एचएयू), हिसार ने. 

हिसार ने हरे चारे की एक नई किस्म तैयार की है. अगर ये चारा पशुओं को खिलाया जाता है तो इससे पशु को सभी तरह से फायदा मिलेगा. एचएयू के चारा विभाग ने जई की नई उन्नत किस्म एचएफओ 906 विकसित की है. गौरतलब रहे एचएयू लगातार पशुओं के लिए अच्छे हरे चारे पर काम कर रहा है. 

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एचएयू के वीसी ने बताईं इस चारे की कई खूबियां 

एचएयू के वाइस चांसलर प्रो. बीआर काम्बोज ने जई की नई उन्नत किस्म एचएफओ 906 के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि जई की इस नई किस्म में प्रोटीन की मात्रा और पाचनशीलता अधिक होने के कारण ये पशुओं के लिए बहुत उत्तम हरा चारा है. ऐसे वक्त में जब देश में 11.24 फीसद हरे और 23.4 फीसद सूखे चारे की कमी है तो जई की इस नई किस्म को तैयार किया गया है.

चारे की कमी के चलते पशुओं की उत्पादकता प्रभावित हो रही है. जई चारे की अधिक गुणवत्तापूर्ण और ज्यादा पैदावार देने वाली किस्में विकसित होने से पशुपालकों को इसका बड़ा फायदा होगा और पशुओं की उत्पादकता भी बढ़ेगी. साथ ही एचएफओ 906 किस्म राष्ट्रीय स्तर की चैक किस्म कैंट और ओएस (6) 14 फीसद तक ज्यादा हरे चारे की पैदावार देती है. जई की एचएफओ 906 एक कटाई वाली किस्म है.

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जानें किन राज्यों के लिए फायदेमंद रहेगी एचएफओ 906

प्रो. बीआर काम्बोज ने बताया कि जई की नई किस्म एचएफओ 906 भारत सरकार के राजपत्र में केन्द्रीय बीज समिति की सिफारिश पर अनुमोदित है.  जई की एचएफओ 906 किस्म को देश के उत्तर-पश्चिमी जोन (हरियाणा, पंजाब, राजस्थान और उतराखंड) के लिए समय पर बिजाई हेतु खासतौर पर अनुमोदित की गई है. उनका कहना है कि एचएयू द्वारा विकसित की गई फसलों की किस्मों का न केवल हरियाणा बल्कि देश के अन्य राज्यों के किसानों को भी खूब फायदा मिल रहा है.

चारे की विकसित किस्मों की मांग दूसरे प्रदेशों में भी लगातार बढ़ती जा रही है. यह हमारे एचएयू और हरियाणा के लिए गर्व की बात है. उन्होंने इस उपलब्धि के लिए चारा अनुभाग के वैज्ञानिकों को बधाई दी और भविष्य में भी अपने प्रयास जारी रखने का आह्वान किया.
 

 

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