Goat Care in Flood: बाढ़-बरसात के दौरान बकरियों को बहुत परेशान करती हैं ये तीन बीमारियां, कैसे करें पहचान 

Goat Care in Flood: बाढ़-बरसात के दौरान बकरियों को बहुत परेशान करती हैं ये तीन बीमारियां, कैसे करें पहचान 

Goat Disease in Flood बाढ़-बरसात के दौरान बकरियों को खासतौर पर तीन तरह की बीमारियां होती हैं. लेकिन कुछ जरूरी उपाय अपनाकर और लक्षणों को पहचान कर तीनों बीमारियों की रोकथाम की जा सकती है.  जैसे पानी पिलाने के तरीकों में बदलाव किया जाए. बकरियों की रोजाना की दिनचर्या पर नजर रखी जाए तो बीमारियों को फैलने से पहले ही कंट्रोल किया जा सकता है. 

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Goat Disease in Flood पंजाब में बाढ़ के चलते हालात बहुत खराब हो चुके हैं. बिहार-राजस्थान में भी पानी घुस रहा है. नदियां पूरी तरह से उफन पर आ गई हैं. जहां बाढ़ जैसे हालात नहीं हैं तो वहां बरसात के चलते परेशानी हो रही है. इंसानों के साथ-साथ पशु भी बाढ़ और बरसात से परेशान हो रहे हैं. केन्द्रीय बकरी अनुसंधान संस्थान (सीआईआरजी), मथुरा के प्रिंसिपल साइंटिस्ट डॉ. आरएस पवैया का कहना है कि बाढ़-बरसात के दौरान बकरियों को खासतौर पर दो बीमारियों का बहुत सामना करना पड़ता है. ये दोनों ही बीमारी पेट से जुड़ी हुई हैं. एक बीमारी को तो बरसात से पहले टीका लगवाकर कंट्रोल किया जा सकता है. वहीं दूसरी बीमारी से बचाने के लिए जरूरी है कि बरसात के दौरान बकरियों की खास देखभाल की जाए. तीसरी बीमारी भी देखभाल के साथ-साथ पीने के पानी से जुड़ी हुई है. 

बकरी के पेट में कीड़े हैं या नहीं कैसे पहचानें 

  • यह जरूरी नहीं कि डॉक्टर के पास ले जाने पर ही बकरी की हर एक बीमारी का पता चलेगा.
  • बकरी की आंखें देखकर पेट में होने वाले कीड़ों के बारे में पता किया जा सकता है. 
  • बकरी में होने वाले बदलावों को देखकर भी बीमार होने का पता लगा सकते हैं. 
  • भेड़-बकरी में पलने वाले हिमोकस पैरासाइड का पता आंखों से लगाया जा सकता है. 
  • हिमोकस पैरासाइड होते ही भेड़-बकरी की आंखों में बदलाव होने लगता है. 
  • हिमोकस भेड़-बकरी का खून चूसता है जिसका असर आंखों पर होने लगता है. 
  • खून चूसने के चलते हिमोकस पैरासाइड संख्या भी बढ़ने लगती है. 
  • हेल्दी भेड़-बकरी की आंखें चमकीली और लाल-गुलाबी होती हैं. 
  • पेट में हिमोकस है तो आंख हल्की गुलाबी हो जाती है. 
  • हिमोकस की संख्या बढ़ने पर आंख सफेद पड़ने लगती है. 
  • सफेद आंख का मतलब है कि भेड़-बकरी में खून की कमी हो रही है. 

बकरी को डायरिया हुआ है ये कैसे पता करें 

  • बदलती मेंगनी से पता चल जाता है कि बकरी को डायरिया है. 
  • एक हेल्दी बकरी गोल, चमकदार और सॉलिड मेंगनी करती है. 
  • बकरी की चिपकी हुई और गुच्छे वाली मेंगनी का आना बीमारी का अलर्ट है. 
  • मेंगनी पेस्ट जैसी आ रही है तो इसका मतलब बकरी की आंत में इंफेक्शन है. 
  • पेस्ट जैसी मेंगनी बकरी को डायरिया होने पर भी होती है.  

डायरिया की पहचान बकरी के यूरिन से कैसे करें 

  • बकरी के यूरिन पर भी हर रोज नजर रखनी चाहिए.  
  • बकरी का यूरिन अगर भूरे यानि हल्के पीले रंग का है तो वो सामान्य है. 
  • गहरे पीले रंग का यूरिन आ रहा है तो बकरे-बकरी ने कम पानी पिया है. 
  • कम पानी पीने से बकरी को डिहाइड्रेशन हो जाता है. 
  • यूरिन का रंग गहरा पीला हो और उसमे लालपन हो तो बकरी को यूरिन की जगह चोट लगी है. 
  • अगर कभी यूरिन कॉफी कलर का आने लगे तो समझिए कि बकरी के खून में इंफेक्शन है.

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