जहां अमूल और मदर डेयरी जैसी कंपनियों ने दूध की कीमतों में बढ़ौतरी कर आम जनता को झटका दिया है, वहीं तमिलनाडु के प्रमुख डेयरी ब्रांड अरोक्या ने लोगों की राहत दी है. अरोक्या ने अपने डेयरी प्रोडक्ट की कीमतों को संशोधित किया है, जिससे दूध और दही सस्ते हो गए हैं. कहा जा रहा है कि अरोक्या ने तमिलनाडु में फुल क्रीम दूध की कीमत में 3 रुपये प्रति लीटर की कटौती की है. इसके अलावा उसने दही की कीमत में भी 6 रुपये प्रति किलोग्राम की कमी की है.
द न्यू इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, रेट में संशोधन के बाद आरोक्या के फुल क्रीम दूध की कीमत अब 65 रुपये प्रति लीटर हो गया है. हालांकि, सरकारी स्वामित्व वाली आविन अभी भी निजी ब्रांड और अमूल जैसी डेयरी दिग्गज कंपनियों की तुलना में देश में सबसे सस्ता डेयरी प्रोडक्ट बेच रही है. अभी भी 6 फीसदी वसा वाले आविन के एक लीटर दूध का रेट 60 रुपये है. खास बात यह है कि आविन दूध कार्ड धारकों को 48 रुपये प्रति लीटर की दर से एफसीएम मिलता है. इसके अलावा, अमूल के एफसीएम की कीमत 64 रुपये प्रति लीटर है. उद्योग के सूत्रों ने कीमतों में कटौती का श्रेय बारिश के कारण बिक्री में गिरावट और दूध उत्पादन में वृद्धि को दिया है, जिससे निजी कंपनियों को दूध खरीद मूल्य में 4-5 रुपये प्रति लीटर की कमी करनी पड़ी है.
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दूध उत्पादक संघ के एक अधिकारी ने कहा कि पूरे राज्य में लस्सी, दही, छाछ और अन्य डेयरी उत्पादों की खपत में काफी कमी आई है, जिससे कंपनियों को कीमतों में कटौती करने पर मजबूर होना पड़ा है. आधिकारिक मूल्य सूची के अनुसार, अरोक्या ब्रांड का स्वामित्व रखने वाली कंपनी हैटसन एग्रो प्रोडक्ट्स ने 17 जून को कीमतों में 2 रुपये प्रति लीटर की कटौती की और सोमवार को 1 रुपये की अतिरिक्त कटौती लागू की. इसी तरह, दो लीटर वाले दूध के पैकेट की कीमत 134 रुपये से घटाकर 128 रुपये कर दी गई है और 500 ग्राम दही के पाउच की कीमत 40 रुपये से घटकर 37 रुपये हो गई है. इसकी तुलना में आविन के 500 ग्राम दही के पाउच की कीमत 35 रुपये है.
अधिकारी ने कहा कि दूध की मांग में गिरावट ने डेयरी उद्योग में प्रतिस्पर्धा को भी कम कर दिया है, जिसके चलते आविन को दूध की आपूर्ति बढ़ गई है. राज्य में प्रतिदिन दूध की मांग 2.2 करोड़ लीटर है. डेयरी उद्योग में आविन की बाजार हिस्सेदारी करीब 17-18 फीसदी है, जबकि छह से आठ निजी ब्रांड करीब 80 से 82 फसदी हिस्सेदारी रखते हैं. इनमें से, राज्य में दूध और दूध उत्पादों में आरोक्या की सबसे बड़ी हिस्सेदारी है.
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वर्तमान में, आविन आपूर्तिकर्ता गाय के दूध के लिए 35 रुपये प्रति लीटर और भैंस के दूध के लिए 44 रुपये प्रति लीटर की खरीद मूल्य पर काम करते हैं, जिसमें दिसंबर 2023 से 3 रुपये प्रति लीटर का अतिरिक्त प्रोत्साहन भी शामिल है. इसके विपरीत, निजी कंपनियां गाय के दूध के लिए 43-46 रुपये प्रति लीटर और भैंस के दूध के लिए 50-52 रुपये प्रति लीटर की खरीद मूल्य की पेशकश करती हैं, जिसका उपयोग पालकोवा और अन्य दूध उत्पादों को बनाने के लिए किया जाता है. आविन के एक अधिकारी ने बताया कि फरवरी-अप्रैल 2024 के बीच आविन की दूध खरीद में पांच लाख लीटर की गिरावट आई थी, जो जून में 27-28 लाख लीटर से बढ़कर 32 लाख लीटर हो गई.
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