Goat Diet: बच्चा और दूध देने वाली बकरी की खुराक में जरूर करें ये बदलाव, हेल्दी होगा बच्चा 

Goat Diet: बच्चा और दूध देने वाली बकरी की खुराक में जरूर करें ये बदलाव, हेल्दी होगा बच्चा 

एनिमल एक्सपर्ट के मुताबिक बच्चा और दूध देने वाली बकरियों को चारे और दाने की जरूरत होती है. अगर बच्चा और दूध देने वाली बकरी को दाना-चारा खिलाने में जरा भी कंजूसी बरती तो इसका असर होने वाले बच्चे और बकरी दोनों पर ही पड़ता है. बकरियां दूसरे बड़े जानवरों की तरह से एक बार में पेट नहीं भरती हैं. थोड़ा-थोड़ा करके दिन में चार से पांच बार इन्हें खाने के लिए चाहिए होता है. 

Advertisement
Goat Diet: बच्चा और दूध देने वाली बकरी की खुराक में जरूर करें ये बदलाव, हेल्दी होगा बच्चा बकरी पालन

बकरी का दूध देना उसके बच्चा देने पर निर्भर होता है. क्योंकि बकरी दूध देना तभी शुरू करेगी जब वो बच्चा देगी. इसलिए एनिमल एक्सपर्ट की मानें तो दूध और बच्चा देने वाली बकरी को खास खुराक देने की जरूरत होती है. क्योंकि जब तक बकरी को अच्छी खुराक नहीं मिलेगी तो न तो बच्चा हेल्दी होगा और न ही वो दूध भरपूर देगी. हर एक छोटे-बड़े पशुपालक की कोशिश होती है कि उसकी बकरी ज्यादा दूध दे, बकरी जो दूध दे वो क्वालिटी का हो. 

इतना ही नहीं बकरी के आने वाले बच्चे को लेकर भी पशुपालक बहुत उम्मीद लगाते हैं. सभी को बकरी का बच्चा हेल्दी चाहिए. क्योंकि बकरी पालन में सबसे ज्यादा मुनाफा बकरी के बच्चों से ही होता है. लेकिन ज्यादातर पशुपालक बच्चा और दूध देने के टाइम पर  बकरी के खानपान का बिल्कुल भी ध्यान नहीं रखते हैं.  

ऐसा होना चाहिए गर्भवती बकरियों का दाना-चारा 

एनिमल एक्सपर्ट डॉ. इब्ने अली की मानें तो जब बकरी को गर्भवती कराना हो तो उसी के साथ बकरी की खुराक बढ़ा दें. हरा चारा और दाने की मात्रा बढ़ा दें. गर्भवती कराने से दो हफ्ते पहले ही बकरी की सामान्य खुराक 3 किलो दाना प्रतिमाह में 100 से 200 ग्राम दाना और बढ़ा दें. इतना ही नहीं जब बकरी बच्चा देने वाली हो तो उससे एक-दो हफ्ते पहले सामान्य  खुराक में दाने की मात्रा 300 से 400 ग्राम तक बढ़ा दें. बकरी को उत्तम किस्म का हरा चारा भी खिलाएं.

बकरी दूध दे रही है तो रोज दें 300 ग्राम दाना 

डॉ. अली का कहना है कि दूध देने वाली बकरी को भी ज्यादा खुराक की जरूरत होती है. एक लीटर तक दूध देने वाली बकरी को हर रोज 300 ग्राम तक दाना खिलाना चाहिए. दाना दिन में कम से कम दो बार में दें. साथ ही दिनभर में हरा और सूखा चारा मिलाकर करीब 4 किलो वजन तक खाने को दें. सामान्य मौसम में 20 किलो वजन की बकरी को 700 एमएल तक पानी पिलाना चाहिए. वहीं गर्मी के मौसम में यह मात्रा डेढ़ गुनी कर देनी चाहिए.     

किसी गोट फार्म में 100 बकरी पाली जाएं या फिर घर की खाली जगह पर 5 बकरियां, उन्हें चरने के लिए खुली जगह की जरूरत होती है. गोट एक्सपर्ट की मानें तो गर्भवती और दूध देने वाली बकरियों की अच्छी सेहत का राज भी यही होता है. यह खुली जगह खेत और जंगल भी हो सकता है. बकरियों को तीन तरह से चराया जाता है. पहला चराकर, दूसरा खूंटे पर बांधकर और तीसरा चराने के साथ खूंटे पर बांधकर. 

ये भी पढ़ें- Animal Care: मई से सितम्बर तक गाय-भैंस के बाड़े में जरूर करें ये खास 15 काम, नहीं होंगी बीमार  

ये भी पढ़ें-Artificial Insemination: अप्रैल से जून तक हीट में आएंगी बकरियां, 25 रुपये में ऐसे पाएं मनपसंद बच्चा

POST A COMMENT