झारखंड के बोकारो जिले में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है. जिले में बर्ड फ्लू को देखते हुए पूरे झारखंड को अलर्ट पर रखा गया है. इसके साथ की इस गंभीर समस्या को नियंत्रित करने के लिए एडवाइजरी जारी की गई है. दरअसल बोकारो जिले में स्थित कुक्कूट प्रक्षेत्र में कड़कनाथ मुर्गियों की मौत होने के बाद उनके सैंपल को जांच के लिए भोपाल स्थित लैब में भेजा गया था. जांच के बाद यह पाया गया कि बोकारो में हो रही मुर्गियों की मौत का कारण H5N1 इन्फलूएंजा (बर्ड फ्लू) है. इसके बाद विभाग ने इससे संबंधित अधिसूचना जारी की है.
बोकारो में बर्ड़ फ्लू की पुष्टि होने के बाद से मुर्गे और बत्तख की बिक्री पर रोक लगा दी गई है. विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक फ्लू के कारण के कारण अबतक जिले में 800 से अधिक मुर्गियों की मौत हो चुकी है. बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के बाद केंद्रीय जांच टीम बोकारो का दौरा किया था और सभी के सैंपल लिए हए थे. इसके बाद से ही विभाग द्वारा जिला समेत पूरे झारखंड के लिए अलर्ट जारी किया गया गया है.
फिलहाल झारखंड में एवियन इन्फ्लुएंजा (2021) की रोकथाम, नियंत्रण और रोकथाम के लिए कार्य योजना के अनुसार नियंत्रण और नियंत्रण संचालन करने की सलाह दी गई है. पीआईबी की रिपोर्ट के मुताबिक विभाग ने नियंत्रण और नियंत्रण कार्यों में राज्य की सहायता के लिए दो सदस्यीय केंद्रीय टीम की प्रतिनियुक्ति की है. साथ ही, मानव क्षेत्र में निगरानी के अवलोकन के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपनी केंद्रीय टीम की प्रतिनियुक्ति की है. सचिव, एएचडी, भारत सरकार के एएचडी ने बीमारी से निपटने संबंधित उपायों को लेकर झारखंड सरकार के पशुपालन विभाग से फोन पर बातचीत की है और केंद्र की तरफ से सहायता करने का आश्वासन दिया है.
बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के बाद जिले के उपायुक्त कुलदीप चौधरी ने निर्देश जारी किया है कि संक्रमित क्षेत्र को चिन्हित करके इसके एक किलोमीटर के दायरे को संक्रमित क्षेत्र घोषित कर दिया गया है. साथ ही सेक्टर 12 समेत कई इलाकों से मुर्गियों और बत्तख के जांच के सैंपल लिए गए हैं. इन इलाकों में मुर्गी और बत्तख की बिक्री पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है. साथ ही लोगों से अपील की गई है कि वो फिलहाल मुर्गा खाने से परहेज करें.
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