उत्तर प्रदेश में नवरात्र के बीच मौसम ने फिर एक बार करवट ली है. अक्टूबर के महीने में बढ़ता तापमान काफी चौंकाने वाला है. अक्सर अक्टूबर के महीने में हल्की-हल्की ठंडक का अहसास होने लगता है. इस समय दोपहर में धूप होने लगी है, जबकि रात में मौसम थोड़ा ठंडा हो रहा है. पिछले दिनों हुई बारिश के बाद प्रदेश का मौसम बदल चुका है. राजधानी लखनऊ में चिलचिलाती धूप और उमस भरी गर्मी से लोग बेहाल है.आंचलिक विज्ञान केंद्र लखनऊ के मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के मुताबिक, 5 अक्टूबर यानी शनिवार को प्रदेश में बहुत हल्की से हल्की बारिश होने के आसार जताए गए हैं.
इस अवधि में पश्चिमी और पूर्वी यूपी में कहीं-कहीं पर नाम मात्र की बारिश हो सकती है. शनिवार को प्रदेश के किसी भी हिस्से में भारी बारिश का अलर्ट नहीं है और न ही इस दौरान कहीं बादल गरजने और बिजली गिरने के ही संभावना जताई गई है. वहीं, 6 से 10 अक्टूबर तक पश्चिमी यूपी की तुलना में पूर्वी उत्तर प्रदेश में ज्यादा जगहों पर बारिश हो सकती है. हालांकि, इस अवधि में भी कहीं भी भारी बारिश की संभावना नहीं है. मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि 6 अक्तूबर से अगले दो-तीन दिन प्रदेश के उत्तरी पूर्वी हिस्सों समेत गोरखपुर, कुशीनगर, महराजगंज, देवरिया आदि जिलों में छिटपुट बूंदाबांदी होने की संभावना है. हालांकि इस दौरान पश्चिमी यूपी में मौसम शुष्क रहने की संभावना है.
प्रदेश में पिछले कई दिनों से बारिश नहीं हुई है. शुक्रवार को जारी मौसम विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक, प्रदेश में कहीं भी बारिश रिकार्ड नहीं की गई है. लखनऊ, वाराणसी, कानपुर, हरदोई, सीतापुर समेत कहीं भी बारिश नहीं हुई है. हालांकि, तापमान में जरूर बढ़ोतरी हो रही है. प्रदेश के अधिकतर जिलों में अधिकतम तापमान 33℃ से ज्यादा और न्यूनतम तापमान 23℃ से 25℃ के बीच दर्ज किया जा रहा है. राजधानी लखनऊ में अधिकतम तापमान 35.9℃ और न्यूनतम तापमान 24.8℃ के रिकार्ड किया गया है.
आंचलिक विज्ञान केंद्र लखनऊ के मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह का कहना है कि इस बार अक्तूबर में न्यूनतम व अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक रहने की उम्मीद है. भूमध्यरेखीय प्रशांत क्षेत्र पर तटस्थ अल नीनो स्थितियों के मानसून के बाद धीरे-धीरे ला-निना परिस्थितयों में बदलने और मानसून वापसी में हुई देरी के असर से पूर्वानुमान है कि इस बार अक्तूबर सामान्य से अधिक गर्म रहेगा. दूसरी तरफ मौसम बदलने से बीमारियों का सिलसिला शुरू हो गया है. डेंगू और मलेरिया के मामले लगातर बढ़ते जा रहे हैं.