उत्तर भारत मॉनसून की वापसी के साथ ही मौसम में बदलाव होने लगा है. मैदानी और पहाड़ी इलाकों में मौसम तो शुष्क बना हुआ है लेकिन तापमान में गिरावट का सिलसिला बना हुआ है. पहाड़ों पर बर्फ की सफेद चादर बिछ चुकी है तो मैदानी इलाकों में गुलाबी सर्दी ने दस्तक दे दी है. दिल्ली-एनसीआर की सुबहें अब हल्की ठंड के साथ शुरू हो रही हैं और हवा में नमी बढ़ने लगी है. उत्तर प्रदेश से लेकर मध्य प्रदेश और दिल्ली तक अब ठंड का अहसास होने लगा है. इन इलाकों में जहां रातें ठंडी हैं तो दिन में हल्की गर्मी का अहसास अभी भी हो रहा है. मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक आने वाले दिनों में पारा और नीचे जाएगा, जिससे उत्तर भारत में सर्दियों की शुरुआत और तेज महसूस की जाएगी.
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सोमवार को अधिकतम तापमान 32.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो औसत से तीन डिग्री कम है. मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने न्यूनतम तापमान 19 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया, जो मौसम के औसत से 0.6 डिग्री कम है. सोमवार लगातार चौथा दिन था जब 2025-26 के शीतकालीन मौसम के लिए न्यूनतम तापमान 20 डिग्री से नीचे दर्ज किया गया.
आईएमडी ने मंगलवार को आसमान साफ रहने का अनुमान लगाया है, अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमशः 33 और 20 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है. सर्दी का मौसम शुरू होने के साथ ही, दिल्ली में वायु प्रदूषण का स्तर धीरे-धीरे बढ़ रहा है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, शाम 4 बजे 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 189 दर्ज किया गया, जो इसे 'मध्यम' श्रेणी में रखता है.
उत्तर भारत के राज्यों में लगातार कम तापमान दर्ज हो रहा है. पंजाब से सटे हरियाणा में भी 13 अक्टूबर को जनता ने ठंड का अहसास किया. चंडीगढ़ स्थित मौसम केंद्र के अनुसार अंबाला में अधिकतम तापमान 32.5 डिग्री रिकॉर्ड किया गया. वहीं हिसार सबसे ठंड रहा जहां पर न्यूनतम तापमान 16.7 डिग्री रिकॉर्ड किया.
उत्तराखंड में इन दिनों सर्द हवाएं चलने से अधिकतम और न्यूनतम तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है. मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में फिलहाल मौसम शुष्क रहेगा, लेकिन आने वाले दिनों में पारा और नीचे जा सकता है. इससे राज्यभर में ठंड का असर धीरे-धीरे बढ़ने लगा है. लोगों को सुबह और शाम के समय गुलाबी ठंडक का अहसास होने लगा है. हल्की हवाओं ने ठंड बढ़ा दी है. मैदानी हिस्सों में कई जगहों पर दिन में चटख धूप खिली रहती है, लेकिन शाम ढलते ही ठंडी हवाएं माहौल को ठंडा कर देती हैं. मौसम शुष्क रहने के बावजूद तापमान में गिरावट का सिलसिला लगातार जारी है.
हिमाचल प्रदेश में 19 अक्टूबर तक मौसम शुष्क रहने का अनुमान लगाया है. आईएमडी का कहना है कि पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य में मौसम मुख्यतः शुष्क रहा और इस दौरान अधिकतम और न्यूनतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं आया. अधिकांश केंद्रों पर अधिकतम तापमान सामान्य से लगभग सामान्य रहा, जबकि कई केंद्रों पर न्यूनतम तापमान सामान्य से लगभग सामान्य रहा. कुछ केंद्रों पर न्यूनतम तापमान सामान्य से कम रहा. विशेष तौर पर आदिवासी जिले लाहौल-स्पीति के केलांग में सबसे कम न्यूनतम तापमान -0.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. सोमवार को सबसे अधिक अधिकतम तापमान ऊना में 32 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. मौसम कार्यालय ने कहा कि अगले 3-4 दिनों के दौरान न्यूनतम और अधिकतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की उम्मीद नहीं है.
मौसम विभाग ने पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत में बंगाल, बिहार, झारखंड और ओडिशा में तेज बारिश की आशंका जताई है. आईएमडी के अनुसार 15 से 17 अक्टूबर को कोलकाता और पटना जैसे शहरों में 50-70 मिमी बारिश रिकॉर्ड हो सकती है जो बाढ़ की स्थिति पैदा कर सकती है. वहीं 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की भविष्यवाणी भी आईएमडी की तरफ से की गई है. असम और मेघालय में भारी वर्षा से नदियां उफान पर आ सकती हैं. यात्रा करने वालों को सावधानी बरतनी चाहिए, क्योंकि हवाई और रेल सेवाओं पर असर पड़ सकता है.
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