Monsoon: इन राज्यों में आगे बढ़ा मॉनसून, अगले 2 दिन बंगाल और सिक्किम के लिए अहम, तेज होगी बारिश

Monsoon: इन राज्यों में आगे बढ़ा मॉनसून, अगले 2 दिन बंगाल और सिक्किम के लिए अहम, तेज होगी बारिश

Southwest Monsoon: देश के कई राज्यों में मॉनसून तेजी से आगे बढ़ रहा है. बुधवार की बात करें तो दक्षिण पश्चिम मॉनसून महाराष्ट्र के कुछ और हिस्सों, कर्नाटक के बाकी हिस्सों, तेलंगाना के अधिकांश हिस्सों, आंध्र प्रदेश के बाकी हिस्सों, छत्तीसगढ़ और ओडिशा के कुछ हिस्सों में आगे बढ़ गया है.

क‍िसान तक
  • Noida,
  • May 28, 2025,
  • Updated May 28, 2025, 2:42 PM IST

ओडिशा तट से दूर बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिमी भाग पर कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कहा है कि अगले 24 घंटों में यह सिस्टम डिप्रेशन में बदल जाएगा. इसके प्रभाव में ओडिशा, पश्चिम बंगाल और अन्य पड़ोसी राज्यों में भारी से बहुत भारी बारिश होगी. संभवतः अगले कुछ दिनों में इन राज्यों में मॉनसून को आगे बढ़ने में मदद मिलेगी.

ओडिशा तट से दूर बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिमी भाग पर कम दबाव वाला क्षेत्र बुधवार सुबह उसी क्षेत्र में अच्छी तरह से चिह्नित हो गया. यह संभवतः धीरे-धीरे उत्तर की ओर बढ़ेगा और अगले 24 घंटों के दौरान डिप्रेशन में बदल जाएगा.

इन राज्यों में आगे बढ़ा मॉनसून

दक्षिण-पश्चिम मॉनसून बुधवार को महाराष्ट्र के कुछ और हिस्सों, कर्नाटक के बाकी हिस्सों, तेलंगाना के अधिकांश हिस्सों, आंध्र प्रदेश के बाकी हिस्सों, छत्तीसगढ़ और ओडिशा के कुछ हिस्सों में आगे बढ़ गया है. अगले 2 दिनों के दौरान पूर्वोत्तर राज्यों के बाकी हिस्सों, पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों और सिक्किम में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं.

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भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने मंगलवार को कहा कि जून में भारत में सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना है, जो दीर्घ अवधि के औसत का 108 प्रतिशत है. मौसम विभाग ने कहा कि पूरे मॉनसून सीजन के दौरान देश में दीर्घ अवधि के औसत 87 सेमी का 106 प्रतिशत बारिश हो सकती है. प्रेस कॉन्फ्रेंस में पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सचिव एम रविचंद्रन ने कहा कि इस सीजन में मॉनसून कोर जोन में सामान्य से अधिक (दीर्घ अवधि के औसत का 106 प्रतिशत से अधिक) बारिश होने की उम्मीद है. 

मॉनसून कोर जोन में मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, ओडिशा और आसपास के इलाके शामिल हैं. इस क्षेत्र में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के दौरान अधिकांश बारिश होती है और यह खेती के लिए इस पर काफी हद तक निर्भर करता है. उत्तर-पश्चिम भारत में सामान्य बारिश होने की संभावना है, जबकि पूर्वोत्तर में सामान्य से कम बारिश हो सकती है. आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि मध्य और दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत में सामान्य से अधिक बारिश दर्ज होने की उम्मीद है.

दिल्ली में कैसा रहेगा बारिश का मौसम

जहां तक दिल्ली की बात है तो इस हफ्ते के आखिर में एक बार फिर से मौसम का रुख बदलने वाला है. एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस अफगानिस्तान के आसपास देखा जा रहा है जो 29 मई से उत्तर पश्चिम भारत में फिर से अपना असर दिखाएगा. 25 मई की रात को ही वेस्टर्न डिस्टरबेंस ने अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से मिलने वाली नमी के साथ अपना असर दिखाया था. इसलिए दो दिन बाद जब नया सिस्टम आएगा तो उसे भी अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से नमी मिलने की पूरी संभावना है और राजस्थान के पास एक हीट लो बन रहा है जिसकी वजह से तेज आंधी आ रही है.

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दिल्ली के इतिहास का सबसे ज्यादा बारिश वाला मई

यह महीना पहले ही दिल्ली के इतिहास का सबसे ज्यादा बारिश वाला मई महीना बन चुका है. आने वाले दिनों में अगर और बारिश होती है तो वो इस आंकड़े को और बढ़ाएगा. फिलहाल ये सभी बारिश मॉनसून पूर्व बारिश की श्रेणी में ही आते हैं. जून के महीने में मॉनसून जब दिल्ली में दस्तक देगा तो बारिश का असर और ज्यादा देखने को मिल सकता है. मौसम विभाग ने वैसे भी इस बार देश भर में सामान्य से 6 परसेंट अधिक बारिश की संभावना बताई है.

 

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