पूरे देश में मॉनसून लगभग प्रवेश कर चुका है. हालांकि ऐसे भी कई जिलें हैं जहां पर अभी भी किसान बारिश का इंतजार कर रहे हैं. ओडिशा के सुंदरगढ़ जिले का भी यही हाल है. यहां पर अभी तक अच्ची बारिश नहीं हुई है इसके कारण किसान अभी तक खेत भी तैयार नहीं कर पाए हैं. पिछले दिनों जिले के कुछ हिस्सों में छिटपुट बारिश हुई ती.पर वो पर्याप्त नहीं था. मौसम विभाग से मिली खबर के मुताबिक मॉनसून की शुरुआत के साथ जिले में 27.91 मिमी औसत बाऱिश दर्ज की गई थी. पर अभी भी जिले के आठ प्रखंड ऐसे हैं जहां पर बिल्कुल भी बारिश नहीं हुई है, जबकि 9 प्रखंडों में मध्यम बारिश हुई है.
द न्यू इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक शुक्रवार को जिले के बोनाई, लाठीकाटा और राजगंगापुर में लगभग 75 मिमी से अधिक बारिश हुई थी. जबकि कुतरा, कुआंरुमुंडा और सुंदरगढ़ जिले में 32-59 मिमी बाऱिश हुई है. हालांकि नुआगांव प्रखंड सबसे अधिक प्रभावित रहा है. यहां पर पिछले दिनों के आंकड़ों के मुताबिक 23 दिन में 25 मिमी बारिश हुई है, जबकि इस दौरान यहां पर औसत वर्षा 237.4 मिमी होती है. जिले के कोइड़ा और लहुनिपाड़ा प्रखंड में मात्र 18 मिमी बारिश दर्ज की गई है. जिले के कृषि अधिकारियों का कहना है कि सामान्य बारिश की उम्मीद के साथ 50 फीसदी किसानों ने अपना खेत तैयार कर लिया है. फसल लगाने के लिए वो सामान्य बारिश का इंतजार कर रहे हैं.
इस बार जिले में 2.4 लाख हेक्टेयर जमीन में धान की खेती करने का लक्ष्य रखा गया है. पर अगर आने वाले 10 दिनों में अगर पर्याप्त बारिश नहीं होती है तो धान की नर्सरी तैयार करने में देरी होगी इसके कारण रोपाई करने में भी परेशानी होगी. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अभी तककेवल पांच फीसदी से भी कम क्षेत्र में धान की बुवाई की गई है. जबकि जिन किसानों के पास सिंचाई की व्यवस्था है उन्होंने अपने नर्सरी तैयार कर ली है और बारिश का इंतजार कर रहे हैं. एक अधिकारी के मुताबिक वर्ष 2022 में मॉनसून में देरी और अनियमितता के कारण 5400 हेक्टेयर में धान की खेती नहीं हो पाई थी.
वहीं ओडिशा के केंद्रपाड़ा में अच्छी बारिश हुई है. इसके कारण यहां पर कृषि कार्यों में काफी तेजी आई है. जिले में लागातार चार दिनों से अच्छी बारिश हो रही है इसके कारण यहां के किसान काफी खुश हैं. अच्छी बारिश के चलते कुआं तालाब सब भर गए हैं और किसान धान की रोपाई करने में जुट गए हैं.