Bihar Weather News: हथिया नक्षत्र की बारिश धान की फसल को दे रही जीवनदान, किसानों के खिले चेहरे

Bihar Weather News: हथिया नक्षत्र की बारिश धान की फसल को दे रही जीवनदान, किसानों के खिले चेहरे

बिहार में हथिया नक्षत्र के दौरान हो रही बारिश से धान की फसल को मिल रहा जीवनदान. मौसम विभाग के अनुसार आने वाले 48 घंटों के दौरान राज्य के विभिन्न जिलों में भारी बारिश जारी रहेगी. इससे धान जैसी फसलों को नया जीवन मिलेगा जो पानी बिना मुर्झाने की कगार पर हैं. 

हथिया नक्षत्र में हो रही बारिश धान की फसल के लिए वरदान. फाइल फोटो -किसान तक हथिया नक्षत्र में हो रही बारिश धान की फसल के लिए वरदान. फाइल फोटो -किसान तक
अंक‍ित कुमार स‍िंह
  • PATNA,
  • Oct 03, 2023,
  • Updated Oct 03, 2023, 6:14 PM IST

वैसे तो मॉनसून सीजन करीब-करीब समाप्ति की कगार पर पहुंच चुका है. लेकिन हथिया नक्षत्र में आसमान में बादलों की चहलकदमी और सूबे के कई जिलों में हो रही बारिश से किसानों के चेहरे खिल उठे हैं. मौसम विभाग के अनुसार आने वाले 24 घंटे से 48 घंटों  के दौरान सूबे के कई जिलों में हल्की, मध्यम और भारी बारिश होने का अनुमान है. राज्य में बीते कुछ दिनों से हो रही बारिश के बीच खेतों में नमी के साथ धान के पौधों में तेजी से वृद्धि देखने को मिल रही है. हालांकि इस बार मॉनसून की लुका छिपी और बेरुखी की वजह से किसानों को अपनी फसल बचाने में काफी मेहनत करनी पड़ रही है. लेकिन हथिया नक्षत्र की शुरुआत के साथ हो रही बारिश ने धान की फसलों में लगने वाले रोगों से काफी छुटकारा मिला है. साथ ही धान की कोपलें निकलने में यह पानी किसी रामबाण से कम साबित नहीं हो रही है.

मान्यताओं के अनुसार मॉनसून सीजन में बारिश वाले नक्षत्र आद्रा, भद्रा, हथिया, चित्रा माने जाते हैं, जो जुलाई से शुरू होकर अक्टूबर में जाकर खत्म हो जाते हैं. लेकिन हथिया नक्षत्र के दौरान होने वाली बारिश खरीफ और रबी सीजन दोनों के लिए अमृत के समान है. 

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हथिया नक्षत्र में हर दिन खास 

पटना के किसान अभिजीत सिंह और कैमूर जिले के किसान पंकज कुमार कहते हैं कि हथिया नक्षत्र में होने वाली बारिश से धान अच्छा हो जाता है. यह नक्षत्र 16 दिन का होता है. इस दौरान होने वाली बारिश को चार तरह से बांटा गया है. शुरुआत के चार दिनों की बारिश को लोहे के समान मानते हैं जो धान की फसल के लिए बेहद अच्छी होती है. आगे के चार दिन की बारिश पीतल के समान, आठ दिन के बाद की बारिश चांदी के समान है. जबकि अंतिम के चार दिनों की बारिश सोने के समान है.

आगे अभिजीत सिंह कहते हैं कि हथिया नक्षत्र में होने वाली बारिश के बाद माना जाता है कि लंबी अवधि के धान चित्रा नक्षत्र में फूटने लगते हैं. लेकिन अब की नई प्रजाति के धान के बीजों का नक्षत्र से कोई लेना देना नहीं है. उनमें निर्धारित समय के अनुसार धान की कोपलें निकल जाती हैं. इस दौरान होने वाली बारिश आलू,चना, मसूर,दलहनी, तिलहनी सहित कंद वर्गीय फसल के लिए बेहतर है. 

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48 घंटों में मध्यम से भारी बारिश

मौसम विभाग के अनुसार आने वाले 24 से 48 घंटे के दौरान राज्य के विभिन्न जिलों में मध्यम, हल्की और भारी बारिश होने के अनुमान लगाए गए हैं. 04 अक्टूबर को राज्य के उत्तर मध्य, उत्तर पूर्व, दक्षिण-मध्य, दक्षिण-पूर्व भागों के एक दो स्थानों पर मेघ गर्जन के साथ भारी बारिश होने की संभावना है. इस दौरान राज्य के मधुबनी, सुपौल, अररिया, किशनगंज, पूर्णिया, पश्चिमी चंपारण और कटिहार में एक या दो स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है. इसके साथ ही 05 अक्टूबर को उत्तर मध्य, उत्तर पूर्व, दक्षिण मध्य और दक्षिण पूर्व के एक दो स्थानों पर वज्रपात के साथ मेघ गर्जन होने की संभावना जाहिर की गई है. इस दौरान सुपौल पूर्णिया और कटिहार जिलों में एक या दो स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावनाएं हैं.

 

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