बिहार में एक ओर जहां सोलर दीदी बनकर महिलाओं को रोजगार मिल रहा है, तो वहीं दूसरी ओर सोलर दीदियों के माध्यम से छोटी जोत वाले किसानों को बड़ी राहत मिल रही है. इन दिनों मुजफ्फरपुर में सौर ऊर्जा के इस्तेमाल से सिंचाई करने वाली सोलर दीदी देवकी देवी भी काफी सुर्खियों में है. दरअसल, प्रधानमंत्री की ओर से उनके प्रोग्राम ‘मन की बात’ में देवकी देवी का नाम आने के बाद वो बेहद खुश हैं. आइए जानते हैं उनकी इस सफलता की कहानी.
सोलर दीदी देवकी देवी के पास खुद का पांच धुर जमीन है, लेकिन वह सोलर दीदी बनने के बाद 25 एकड़ जमीन की पटवन करती हैं. सोलर दीदी योजना से जुड़ने से पहले देवकी देवी के परिवार का मुश्किल से गुजारा होता था, लेकिन अब वह महीने के 20 से 25 हजार रुपये आसानी से कमा लेती हैं. वहीं, मुजफ्फरपुर जिले के बोचहा प्रखंड की रहने वाली देवकी देवी आज पूरे देश में ‘सोलर दीदी’ के नाम से जानी जाती हैं.
कभी हालात ऐसे थे कि परिवार को दो वक्त की रोटी जुटाना भी मुश्किल हो जाता था, लेकिन आज वही देवकी देवी सौर ऊर्जा से सिंचाई करके 150 किसानों की मदद कर रही हैं. साथ ही खुद भी अच्छी आय अर्जित कर रही हैं. उनकी यह कहानी न सिर्फ आत्मनिर्भरता की मिसाल है, बल्कि ग्रामीण महिलाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत भी है.
उन्होंने बताया कि उनके पास मात्र पांच धुर जमीन है. साल 2022 में उनके पति सुनील कुमार सहनी की प्राइवेट नौकरी चली गई. पति पहले बैंक में सफाईकर्मी थे, लेकिन आगजनी की एक घटना में घर का सारा सामान जल जाने से परिवार गहरे संकट में आ गया. हालात इतने बुरे थे कि कभी सुबह का भोजन मिल जाता, तो शाम की चिंता सताने लगती थी.
इसी दौरान देवकी देवी को गांव में चल रही जीविका परियोजना की जानकारी मिली. जीविका से जुड़ने के बाद उन्होंने सौर ऊर्जा सिंचाई पंप लगाने की योजना के बारे में सुना. यह योजना लॉटरी सिस्टम पर आधारित थी और सौभाग्य से देवकी देवी का नाम उसमें चयनित हो गया. इस योजना के तहत सोलर पंप लगाने के लिए उन्हें 1.5 लाख रुपये की सहायता मिली.
हालांकि शुरुआत में परिवार और आसपास के लोगों ने इस पहल को ठगी समझा और उन्हें पैसा लगाने से मना किया. लेकिन देवकी देवी ने हार नहीं मानी. उन्होंने 10 फीसदी ब्याज पर कर्ज लेकर सोलर पंप लगवाया और काम की शुरुआत की. आज उनकी मेहनत रंग ला चुकी है.
सोलर पंप की मदद से आज वो आसपास के 25 एकड़ से अधिक खेतों में सिंचाई करती हैं और करीब 150 किसानों को लाभ पहुंचा रही हैं. खास बात यह है कि जहां डीजल पंप से एक घंटे में 200 रुपये खर्च करने पर मुश्किल से एक कट्ठा खेत सिंचाई हो पाता था, वहीं, सोलर पंप से मात्र 100 रुपये में 2 से 3 कट्ठा खेत आसानी से सिंचा जा सकता है. इससे किसानों की लागत घटी है और उत्पादन में बढ़ोतरी हुई है.
उन्होंने बताया कि धीरे-धीरे उनकी पहचान बढ़ी और गांव के लोग उन्हें ‘सोलर दीदी’ कहकर पुकारने लगे. महिलाएं उनसे सोलर पंप की तकनीक और काम करने का तरीका सीखने भी आती हैं.
उनके कार्यों की चर्चा अब स्थानीय स्तर से निकलकर राष्ट्रीय मंच तक पहुंच चुकी है. रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 125वें एपिसोड में देवकी देवी के प्रयासों का ज़िक्र किया और उनकी सराहना की. प्रधानमंत्री ने कहा कि देवकी देवी जैसी महिलाएं ही समाज की अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणा हैं, जो विपरीत परिस्थितियों में भी हिम्मत नहीं हारते और नए रास्ते तलाश लेती हैं.