मॉनसून का दूसरा महीना जुलाई धीरे-धीरे अपनी आखिरी पड़ाव की ओर है. लेकिन बिहार में बारिश की रफ़्तार काफी मंद गति से बढ़ रही है. वहीं सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना के एक अणे मार्ग स्थित 'संकल्प' में अल्प वर्षापात यानी कम बारिश से उत्पन्न स्थिति की समीक्षा किया. मुख्यमंत्री ने किसानों को हर संभव सहायता उपलब्ध कराने का अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि कृषि कार्य के लिए किसानों को डीजल सब्सिडी जल्द से जल्द उपलब्ध कराएं. साथ ही कृषि कार्य के लिए 12 घंटे विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करें. वहीं जल संसाधन विभाग नहरों के अंतिम छोर तक कृषि कार्य के लिए पानी पहुंचाना सुनिश्चित करें और लगातार इसकी मॉनिटरिंग भी करते रहें.
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री को भारत मौसम विज्ञान विभाग के प्रतिनिधि ने राज्य में बारिश की स्थिति की जानकारी देते हुए बताया कि इस वर्ष जून माह में 85 मिलीमीटर बारिश दर्ज किया गया जो सामान्य बारिश 163.3 मिलीमीटर से 48 प्रतिशत कम है. 1 जुलाई से 21 जुलाई की अवधि में 152.30 मिलीमीटर बारिश दर्ज किया गया है. जो इस अवधि के लिए निर्धारित सामान्य बारिश 242.4 मिलीमीटर से 47 प्रतिशत कम है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि कार्य के लिए किसानों को डीजल सब्सिडी जल्द से जल्द उपलब्ध कराया जाए. इसके साथ ही कृषि कार्य के लिए बिजली की समस्या किसानों को न हो. इसके लिए 12 घंटे विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित कराया जाए. वहीं जल संसाधन विभाग नहरों के अंतिम छोर तक कृषि कार्य के लिए पानी पहुंचाना सुनिश्चित करें. इसके साथ ही वे लगातार इसकी मॉनिटरिंग भी करते रहें. आगे उन्होंने कहा कि मुख्य सचिव की अध्यक्षता में क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की सप्ताह में होने वाली बैठक नियमित रूप से हो.
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कम बारिश से उत्पन्न स्थिति की समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने निर्देश देते हुए कहा कि किसानों को हर संभव सहायता उपलब्ध कराया जाए. ताकि उन्हें कृषि कार्य में सहूलियत मिल सके. वहीं किसानों के लिए संसाधनों की कमी नहीं होने दी जाएगी. राज्य के खजाने पर पहला अधिकार आपदा पीड़ितों का है. राज्य के 75 प्रतिशत लोगों की आजीविका का आधार कृषि है. आगे उन्होंने कहा कि जल जीवन हरियाली अभियान के अंतर्गत जल संरक्षण के लिए किए जा रहे कार्यों के क्रियान्वयन की सतत निगरानी होता रहे. इसके साथ ही लोगों के लिए पेयजल की उपलब्धता बनी रहे. इसको लेकर सभी संबद्ध विभाग पूरी तरह अलर्ट रहें. वहीं धान की रोपनी समय पर हो सके.इसके लिए जल संसाधन विभाग और लघु जल संसाधन विभाग सिंचाई के लिए आवश्यक प्रबंध करें.
मौसम विभाग के अनुसार 1 जून से 21 जुलाई तक की अवधि में 238.3 मिलीमीटर बारिश दर्ज किया गया है, जो सामान्य बारिश 405.7 मिलीमीटर से 41 प्रतिशत कम है. वहीं 21 जुलाई से 27 जुलाई के बीच हल्की बारिश की संभावना है.आपदा प्रबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से जानकारी देते हुए बताया कि अब तक चार जिले बक्सर, किशनगंज, भागलपुर और अररिया में सामान्य बारिश(-19 से + 19 प्रतिशत तक कम) हुई है.
जबकि 26 जिले सीवान, सुपौल, रोहतास, अरवल, कटिहार, भोजपुर, औरंगाबाद, बांका, लखीसराय, कैमूर, मधुबनी, गया, जमुई, दरभंगा, शेखपुरा, वैशाली, मधेपुरा, पूर्णिया, नवादा, जहानाबाद, खगड़िया, मुंगेर, पटना, नालंदा, गोपालगंज और मुजफ्फरपुर में सामान्य से कम वर्षा ( -20 से - 59 प्रतिशत तक कम) हुई है. इसके साथ ही राज्य के 8 जिले समस्तीपुर, सहरसा, सारण, बेगूसराय, पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, शिवहर और सीतामढ़ी में कम बारिश( 60 से - 99 प्रतिशत तक कम) की स्थिति रही है.