खरीफ सीजन की फसलों की खेती पूरी हो चुकी है. लेकिन कई राज्यों में लगातार हो रही बारिश से किसान परेशान हैं. बारिश और प्राकृतिक घटनाओं से किसानों को कई बार फसलें बर्बाद हो जाती हैं, जिससे किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ता है. इसी कड़ी में सरकार किसानों के लिए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत खरीफ फसलों की बीमा करवाती है. बता दें कि किसानों की आर्थिक नुकसान की भरपाई के लिए PMFBY भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना है, जिसका उद्देश्य किसानों को फसल नुकसान के जोखिम से बचाना है. ऐसे में अगर आपकी खरीफ फसल भी किसी वजह से खराब हो गई है तो फसल बीमा का लाभ कैसे लें. आइए जानते हैं.
बीमा हुई फसलों में प्राकृतिक आपदाओं से होने वाले नुकसान को कवर किया जाता है. इनमें फसल बुवाई से कटाई के बीच में सूखा, बाढ़, कीट, प्राकृतिक आग और बिजली गिरना, तूफान, ओलावृष्टि, बारिश और चक्रवात से होने वाले फसल नुकसान के लिए मुआवजा दिया जाता है. ये मुआवजा उपज आंकड़ों के आधार पर दिया जाता है.
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत खरीफ में बोई जाने वाली लगभग 10 प्रमुख फसलों पर बीमा का कवरेज मिलता है. इसमें धान, मक्का, बाजरा, ज्वार, उड़द, मुंग, तिल, मूंगफली, सोयाबीन और अरहर शामिल है. इसके साथ ही फसल की बुवाई के बाद अगर किसान को नुकसान होता है तो बीमा कवरेज किसान को मिलता है. फसल बीमा योजना के तहत किसानों को फसल कटाई के बाद भी नुकसान का कवर मिलता है.
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) देश के किसानों को काफी राहत पहुंचाने का काम करती है. इस योजना के जरिए किसानों को उनके फसलों को हुए नुकसान के लिए आर्थिक मदद मिलती है. इससे किसान नुकसान से बच जाते हैं और योजना के तहत कई बीमा कंपनियां हैं जो राज्य सरकार के साथ मिलकर किसानों को फसलों का बीमा करती हैं. इसके लिए प्रीमियम का एक हिस्सा किसान द्वारा भुगतान किया जाता है और बाकी का भुगतान सरकार की तरफ से किया जाता है.