मॉनसून के साथ ही खरीफ सीजन की खेती शुरू हो जाती है. लेकिन बिहार के कई जिलों में इन दिनों बाढ़ और सुखाड़ की स्थिति देखने को मिल रही है. जहां उत्तरी बिहार के कई जिलों में बाढ़ आने से खरीफ सीजन की खेती प्रभावित हुई है. वहीं दक्षिण बिहार के कई जिलों में अच्छी बारिश और नहरों में पानी नहीं आने से धान की फसल खेत में सूख रहे हैं. किसान धान की रोपनी नहीं कर पा रहे हैं. हालांकि इन तमाम परिस्थितियों को देखते हुए राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अधिकारियों को आदेश देते हुए कहा है कि राज्य के कई जिलों में कम बारिश देखने को मिल रही है. इसलिए ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों के लिए 8 घंटे की जगह 14 घंटे प्रतिदिन निर्बाध बिजली की आपूर्ति की जाए. वहीं इच्छुक किसानों को डीजल सब्सिडी भी दी जाए.
बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने संभावित बाढ़ और सुखाड़ की स्थिति को देखते हुए समीक्षा बैठक में अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. बैठक के दौरान आपदा प्रबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने मुख्यमंत्री को बारिश की स्थिति से अवगत कराया. इसके साथ ही आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा की गई तैयारियों के संबंध में विस्तृत जानकारी दी. कृषि विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने मुख्यमंत्री को धान और मक्का की रोपनी की विस्तृत जानकारी दी.
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मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राज्य में संभावित बाढ़ और सुखाड़ की स्थिति को देखते हुए जहां अधिकारियों को शुक्रवार से ग्रामीण क्षेत्रों में सिंचाई के लिए आठ घंटे की जगह प्रतिदिन 14 घंटे बिजली देने का आदेश दिया. वहीं जो किसान बिजली से खेत की सिंचाई नहीं कर पा रहे हैं. वैसे किसानों को कम बारिश की स्थिति को देखते हुए डीजल पर सब्सिडी की स्वीकृति दी ताकि किसानों को किसी भी तरह की कोई परेशानी नहीं आए. सीएम ने कहा कि बाढ़ और सुखाड़ दोनों की संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए संबंधित विभागों के अधिकारी सतत निगरानी करते रहें.
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सीएम ने बैठक के दौरान जल संसाधन विभाग को निर्देश दिया कि किसानों के हित में नहर के अंतिम छोर तक पानी पहुंचाने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए ताकि किसानों को पटवन में सहूलियत हो सके. आगे उन्होंने कहा कि हर चीज पर नजर रखनी है और पूरी तरह से सतर्क रहना है. मुस्तैदी के साथ सभी लोग लगे रहेंगे तभी आपदा की स्थिति में लोगों को राहत मिल पाएगी. इस बैठक में जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार और अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित थे.