संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीति) और किसान मजदूर मोर्चा (केएमएम) खनौरी बॉर्डर और शंभू बॉर्डर पर पिछले 10 महीनों से आंदोलनरत हैं. यहां बड़ी संख्या में किसान टेंट लगाकर डेरा डाले हुए हैं. वहीं, खनौरी बॉर्डर पर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल 39 दिन से आमरण अनशन पर बैठे हुए हैं, इस बीच 7-8 पुलिस वाहन दिखने से यहां हड़कंप मचा हुआ है. धरनास्थल के आसपास बड़ी संख्या में किसान उनके आसपास मौजूद हैं और सैकड़ाें की संख्या में ट्रैक्टर-ट्रॉली भी खड़े कर रखे हैं.
‘दि ट्रिब्यून’ की रिपोर्ट के मुताबिक, किसानों ने ट्रैक्टर, ट्रॉली और ट्रेलर खड़े कर किलेबंदी 26 नवंबर की घटना के जवाब में की है, जब, पुलिस द्वारा किसान नेता डल्लेवाल को पुलिस ने स्वास्थ्य जांच के लिए लुधियाना के एक अस्पताल में भर्ती करा दिया था. वहीं, सुप्रीम कोर्ट के डल्लेवाल को अस्पताल में भर्ती करने के हालिया निर्देश को लेकर भी किसानों ने सतर्कता और सुरक्षा बढ़ा दी है. सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब सरकार को डल्लेवाल को अस्पताल में भर्ती करने का निर्देश दिया है, जिसके लिए उन्होंने थोड़ा और समय मांगा है.
किसानों ने खनौरी धरनास्थल पर डल्लेवाल के टेंट के आसपास सुरक्षा बढ़ाने के इरादे से 100 से ज्यादा ट्रैक्टर और ट्रेलर पार्क कर एक प्रकार से किलाबंदी कर दी है. ये एक-दूसरे के बगल में पार्क किया गया है, साथ ही कुछ को वेल्डिंग कर आपस में जोड़ दिया गया है. पुलिस या सुरक्षाबल किसान नेता डल्लेवाल को उनकी मर्जी के खिलाफ अस्पताल में भर्ती न करा सके, इसके लिए किसानों ने इलाके की सुरक्षा बढ़ा दी है.
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लगभग 700 किसान रात में पहरा दे रहे हैं. साथ ही इलाके में एंट्री पॉइंट पर निगरानी और नियंत्रण के लिए तीन चेक-पॉइंट बना रखे हैं. डल्लेवाल के टेंट के आसपास पहरा देने वाले किसानों को कोहरे से निपटने के लिए मशालें दी गईं, जिससे उन्हें निगरानी रखने में आसानी हो.
भारतीय किसान यूनियन, सिद्धूपुर के सदस्य अंग्रेज सिंह ने कहा कि गुरुवार रात से किसानों ने पहरा बढ़ा दिया है. उनके मुताबिक, विरोधस्थल के पास लगभग पुलिस की 8 गाड़ियां देखी गईं, जो बाद में हरियाणा में चली गई. इस वजह से विरोधस्थल पर सभी किसान चौकन्ने हैं.
अंग्रेज सिंह ने कहा कि हमें जानकारी मिली है कि पुलिस ट्रेलरों को हटाने के लिए अर्थ मूवर्स का इस्तेमाल कर सकती है. इस परिस्थिति से निपटने के लिए भी हमने एक बैकअप प्लान बनाया हुआ है. एयर एंबुलेंस की तैनाती को लेकर भी अटकलें चलने से माहौल गरम है.