Farmers Protest: एकता वार्ता से SKM-NP का किनारा, SKM को चिट्ठी लिखकर कही ये बात

Farmers Protest: एकता वार्ता से SKM-NP का किनारा, SKM को चिट्ठी लिखकर कही ये बात

आंदोलनरत मोर्चों SKM-NP और KMM ने कई बार अन्‍य किसान संगठनों से आंदोलन को समर्थन देने के लिए बातचीत की. कई दफा आंदोलनरत दोनों मोर्चों की बातचीत किसानों के एक छत्र संगठन संयुक्‍त किसान मोर्चा (SKM) से भी हुई, लेकिन बैठकें नतीजे तक नहीं पहुंची. पिछले महीने भी आंदोलनरत मोर्चों और SKM की दो बैठकें बेनतीजा ही रहीं. अब तीसरे दौर की बातचीत होनी है, लेकिन मामला आगे नहीं बढ़ रहा है.

SKM NP Leaders In BathindaSKM NP Leaders In Bathinda
क‍िसान तक
  • Noida,
  • Feb 11, 2025,
  • Updated Feb 11, 2025, 1:29 PM IST

संयुक्‍त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) ने बठिंडा में प्रेस कॉन्‍फ्रेंस के माध्‍यम से एकता वार्ता को लेकर अपना पक्ष सामने रखा है. SKM (NP) 12 प्रस्‍तावति बैठक में शामिल होने से मना कर दि‍या है. संगठन ने इसकी वजह भी बताई है. SKM (NP) ने एकता के लिए संयुक्त किसान मोर्चा के साथ 12 फरवरी की प्रस्तावित मीटिंग को लेकर SKM को भेजी चिट्ठी जारी की है. किसान नेताओं ने कहा कि 21 फरवरी को शुभकरण सिंह की शहादत की पहली बरसी पर बठिंडा के बल्लोह गांव में श्रद्धांजलि सभा आयोजित की जाएगी.

पहले बातचीत की जाती तो बेहतर होता: SKM (NP)

SKM (Non-Political) ने SKM को पत्र लिखते हुए कहा कि 13 फरवरी 2024 को किसान आंदोलन शुरू होने से पहले और बाद में भी एकता का हमेशा हिमायती रहा है, आज भी हम देश के किसानों की एकता के लिए दिन-रात प्रयासरत हैं और आगे भी रहेंगे. हमारा मानना है कि एकता के लिए 12 फरवरी को प्रस्तावित मीटिंग की तारीख तय करने से पहले हम से बातचीत की जाती तो बेहतर होता, क्योंकि हम पिछले 1 साल से MSP गारंटी कानून समेत 13 मांगों पर आंदोलन कर रहे हैं. 

'हम पहले महापंचायतों की घोषणा कर चुके थे'

SKM (NP) ने पत्र में कहा कि मालूम हो कि 12 फरवरी की प्रस्तावित एकता वार्ता को लेकर आपका पत्र मिलने से पहले हम आंदोलन का 1 साल पूरा होने पर 11, 12 और 13 फरवरी के कार्यक्रमों (महापंचायत) की घोषणा कर चुके थे. हम इस समय MSP गारंटी कानून और स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट के मुद्दों के सभी पहलुओं पर देशभर के खेती-विशेषज्ञों के साथ विस्तृत चर्चा करने और 11, 12 और 13 फरवरी की महापंचायतों की तैयारियों में व्यस्त हैं. इसलिए हम 12 फरवरी की प्रस्तावित मीटिंग में शामिल होने में असमर्थ हैं.

सुझावों के लिए खोले दरवाजे

SKM (NP) ने कहा कि देशभर के सभी किसान संगठनों, किसानों और बुद्धिजीवियों के MSP गारंटी कानून, स्वामीनाथन आयोग या हमारी किसी अन्य मांगों पर सकारात्मक सुझाव सादर आमंत्रित हैं. बता दें कि एक साल से चल रहे किसानों के आंदोलन का नेतृत्‍व किसान नेता जगजीत सिंह डल्‍लेवाल और सरवन सिंह पंढेर के नेतृत्‍व वाले संयुक्‍त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा कर रहे हैं.

दोनों ओर से सिर्फ बयानबाजी हो रही

इस बीच दोनों मोर्चों ने कई बार अन्‍य किसान संगठनों से आंदोलन को समर्थन देने के लिए बातचीत की. कई दफा आंदोलनरत दोनों मोर्चों की बातचीत किसानों के एक छत्र संगठन संयुक्‍त किसान मोर्चा (SKM) से भी हुई, लेकिन बैठकें नतीजे तक नहीं पहुंची. पिछले महीने भी आंदोलनरत मोर्चों और SKM की दो बैठकें बेनतीजा ही रहीं. अब तीसरे दौर की बातचीत होनी है, लेकिन मामला आगे नहीं बढ़ रहा है और दोनों की ओर से सिर्फ बयानबाजी हो रही है. 

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