संसद के दोनों सदनों में किसानों और ग्रामीणों से जुड़े मुद्दों पर सोमवार को जोरदार बहस हुई है. लोकसभा में चर्चा के दौरान सपा सांसद नरेश उत्तम पटेल ने छुट्टा पशुओं से किसानों को होने वाले नुकसान पर चिंता जताते हुए समाधान की मांग की. बुंदेलखंड में पशु चिकित्सालय स्थापित करने की मांग की गई. जबकि, लोकसभा में जेडीयू सांसद डॉक्टर आलोक कुमार सुमन ने बिहार के गोपालगंज में वेटनरी कॉलेज स्थापित करने की मांग के साथ ही 51 करोड़ पशुओं के वैक्सीनेशन करने पर जोर दिया.
वर्ष 2024-25 के लिए बजट में मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के अनुदान पर चर्चा और मतदान के दौरान सपा के फतेहपुर से सांसद नरेश उत्तम पटेल ने छुट्टा पशुओं का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में खासकर बुंदेलखंड में छुट्टा जानवर किसानों का नुकसान कर रहे हैं. छुट्टा पशुओं के लिए चारे का प्रबंधन नहीं किया गया है, जिससे फसलों को नुकसान हो रहा है. छुट्टा पशुओं की वजह से दुर्घटनाओं में लोग मारे जा रहे हैं. छुट्टा जानवर भी मारे जा रहे हैं.
सपा सांसद ने कहा कि केंद्र सरकार के बजट में पशुओं के संरक्षण के लिए कोई व्यवस्था नहीं है. उन्होंने कहा कि खाने के लिए मात्र 30 रुपये दिए जाते हैं. इससे उत्तर प्रदेश में पशुपालन और मत्स्य पालन की स्थिति बद से बदतर हो गई है. उन्होंने कहा कि यूपी के फतेहपुर जिले में पराग के दो डेयरी प्लांट बंद हैं, उन्हें चालू किया जाए. उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड में पशु चिकित्सालय खोला जाए तो पशुओं की समृद्धता बढ़ जाएगी. यूपी में पशुओं की बदहाल हालत पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है.
जनता दल यूनाइटेड के गोपालगंज से सांसद डॉक्टर आलोक कुमार सुमन ने लोकसभा में कहा कि गोबर धन योजना के जरिए पशुओं के गोबर से बॉयो एनर्जी बनाई जा रही है. डेयरी प्लांट इससे बिजली का इस्तेमाल बढ़ाएं ताकि किसानों को लाभ मिल सके. उन्होंने पशुओं में बीमारियों के प्रकोप को लकेर कहा कि पशु के बीमार होने से किसानों की आय घटती है. उन्होंने कहा कि भारत में पशुओं के यूनीवर्सल वैक्सीनेशन ध्यान देने की जरूरत है. सांसद ने कहा कि पशुओं को खुरपका-मुंहपका से बचाने के लिए 51 करोड़ मवेशियों का टीकाकरण किया जाए. उन्होंने कहा कि इस दशक में खुरपका-मुंहपका को खत्म करने का लक्ष्य है.