कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने बुधवार 19 जून को अपने 54वें जन्मदिन पर ‘व्हाइट टी-शर्ट’ कैंपेन लॉन्च किया है. इसमें उन्होंने बताया है कि सफेद रंग उनके लिए पारदर्शिता, दृढ़ता और सादगी का प्रतीक है. NEET, NET परीक्षा पर जारी विवाद के बीच ही राहुल गांधी ने अपने समर्थकों से यह साधारण टी-शर्ट पहनने की अपील की है. राहुल का व्हाइट टी-शर्ट कैंपेन लोगों का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित कर रहा है. जानिए क्या है यह और क्यों राहुल ने इस समय इसकी लॉन्चिंग को बेहतर समझा.
राहुल गांधी ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर एक वीडियो पोस्ट किया. इसमें उन्होंने कैप्शन लिखा है, 'आप सभी को जन्मदिन की शुभकामनाओं के लिए मेरा हार्दिक धन्यवाद. मुझसे अक्सर पूछा जाता है कि मैं हमेशा सफेद टी-शर्ट क्यों पहनता हूं - यह टी-शर्ट मेरे लिए पारदर्शिता, दृढ़ता और सादगी का प्रतीक है.' ये मूल्य आपके जीवन में कहां और कितने उपयोगी हैं? #WhiteTshirtArmy का प्रयोग करें और मुझे एक वीडियो में बताएं. मैं आपको एक सफेद टी-शर्ट उपहार में दूंगा. सभी को ढेर सारा प्यार.' राहुल ने वादा किया है कि जो कोई भी उन्हें अपने पोस्ट में रिएक्शन वीडियो भेजेगा, उसे वह सफेद टी-शर्ट देंगे. इन पर 'RG'साइन होगा.
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राहुल ने यह कैंपेन ऐसे समय में लॉन्च किया है जब ज्यादातर युवा पेपर लीक और परीक्षा में अनियमितताओं को लेकर नाराज हैं. पेपर लीक की वजह से कुछ दिन से NEET-2024 की परीक्षा को कैंसिल करने की मांग जारी है. वह विवाद ठंडा भी नहीं हुआ था कि बुधवार को UGC-NET की परीक्षा भी कैंसिल हो गई. विशेषज्ञों की मानें तो राहुल का यह कैंपेन जो ट्रांसपेरेंसी को साधारण सफेद टी-शर्ट से जोड़ रहा है, उसके जरिए पार्टी अपना संभावित वोट बैंक तैयार करना चाहती है.
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वहीं कुछ लोग यह भी मान रहे हैं कि जिस तरह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पिछले कार्यकाल में NaMo ऐप के जरिए 'मोदी शर्ट' का प्रचार किया गया था, यह कैंपेन भी उसी तरह से है. पार्टी की मानें तो टी-शर्ट कैंपेन को लॉन्च करने का मकसद उन युवाओं को संगठित करना है जो बेरोजगारी, महंगाई और पेपर लीक जैसी समस्याओं से थक चुके हैं.
कांग्रेस ने साल 2024 के लोकसभा चुनावों में अपने बेहतर प्रदर्शन का श्रेय राहुल गांधी की दो भारत जोड़ो यात्राओं को दिया है. इसलिए सफेद टी-शर्ट अभियान को जनता से जुड़ने और उन तक पहुंचने का एक जरिया माना जा रहा है. कांग्रेस को यह भी उम्मीद है कि शांति के प्रतीक इस रंग का प्रयोग करके वह भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के भगवा अभियान को बेअसर कर सकती है.