तुम क्‍यों मरोगे... किसी विधायक को ही मार डालो... महाराष्‍ट्र के पूर्व मंत्री बच्चू कडू यह क्‍या बोल गए 

तुम क्‍यों मरोगे... किसी विधायक को ही मार डालो... महाराष्‍ट्र के पूर्व मंत्री बच्चू कडू यह क्‍या बोल गए 

बुलढाणा जिले के पातुर्दा गांव में किसान अधिकार परिषद को संबोधित करते हुए कडू ने कपास के कम बाजार भाव को लेकर किसानों की परेशानी पर बात की. उन्‍होंने यहां पर किसानों से कहा कि आत्महत्या करने के बजाय किसी को मार डालो, किसी विधायक को काट दो, फिर आत्महत्या के बारे में सोचने की जरूरत ही नहीं पड़ेगी.

Bachu kadu ProtestBachu kadu Protest
क‍िसान तक
  • New Delhi ,
  • Oct 21, 2025,
  • Updated Oct 21, 2025, 4:58 PM IST

महाराष्‍ट्र प्रहार संगठन के प्रमुख और किसान नेता बच्चू कडू ने एक बड़ा बयान देकर विवाद खड़ा कर दिया है. बच्‍चू कडू ने किसानों को आत्महत्या करने के बजाय विधायकों पर हमला करने और उन्‍हें मार डालने की सलाह दे डाली है. कडू ने यह बात उस समय कही जब वह एक गांव में किसानों को संबोधित कर रहे थे.कडू यहां पर कपास की कम कीमतों को लेकर सरकार को आड़े हाथों लिया और इसी समय उन्‍होंने यह सलाह किसानों को दी. उनके बयान के बाद से अब राजनीतिक विवाद हो गया है. 

तो आत्‍महत्‍या की जरूरत ही नहीं  

बुलढाणा जिले के पातुर्दा गांव में किसान अधिकार परिषद को संबोधित करते हुए कडू ने कपास के कम बाजार भाव को लेकर किसानों की परेशानी पर बात की. उन्होंने किसानों से सवाल किया, 'अगर कपास का भाव केवल 3,000 रुपये प्रति क्विंटल मिले तो आप क्या करेंगे?' फिर खुद ही जवाब दिया, 'आप कहेंगे कि आत्महत्या करेंगे. अरे, आत्महत्या करने के बजाय किसी को मार डालो, किसी विधायक को काट दो, फिर आत्महत्या के बारे में सोचने की जरूरत ही नहीं पड़ेगी.' 

घर के बाहर पेशाब कर दो 

उन्होंने आगे कहा कि किसान किसी विधायक के घर जाएं, अपने सारे कपड़े उतार दें और घर के सामने पेशाब कर दें. उन्होंने कहा, 'मरने से तो यह बेहतर है.' उनके इस भड़काऊ बयान की राजनीतिक दलों ने कड़ी निंदा की. कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने कहा कि किसानों को हथियार उठाने की यह सलाह असंवैधानिक है. अगर किसी किसान ने ऐसा किया तो सरकार उसके खिलाफ मामला दर्ज करेगी.

राजनीतिक पार्टियों ने की आलोचना 

वहीं, शिवसेना (शिंदे गुट) के मंत्री शंभूराज देसाई ने भी कडू के बयान को अस्वीकार्य बताया. उन्होंने कहा कि कडू की भावनाएं भले ही प्रबल हों, लेकिन उन्हें अपने विचार विधानमंडल में बहस के जरिए रखने चाहिए, हिंसा भड़काने के बजाय. देसाई ने यह भी कहा कि ऐसे बयान विधायकों की जान के लिए गंभीर खतरा पैदा कर सकते हैं.

MORE NEWS

Read more!