महाराष्ट्र प्रहार संगठन के प्रमुख और किसान नेता बच्चू कडू ने एक बड़ा बयान देकर विवाद खड़ा कर दिया है. बच्चू कडू ने किसानों को आत्महत्या करने के बजाय विधायकों पर हमला करने और उन्हें मार डालने की सलाह दे डाली है. कडू ने यह बात उस समय कही जब वह एक गांव में किसानों को संबोधित कर रहे थे.कडू यहां पर कपास की कम कीमतों को लेकर सरकार को आड़े हाथों लिया और इसी समय उन्होंने यह सलाह किसानों को दी. उनके बयान के बाद से अब राजनीतिक विवाद हो गया है.
बुलढाणा जिले के पातुर्दा गांव में किसान अधिकार परिषद को संबोधित करते हुए कडू ने कपास के कम बाजार भाव को लेकर किसानों की परेशानी पर बात की. उन्होंने किसानों से सवाल किया, 'अगर कपास का भाव केवल 3,000 रुपये प्रति क्विंटल मिले तो आप क्या करेंगे?' फिर खुद ही जवाब दिया, 'आप कहेंगे कि आत्महत्या करेंगे. अरे, आत्महत्या करने के बजाय किसी को मार डालो, किसी विधायक को काट दो, फिर आत्महत्या के बारे में सोचने की जरूरत ही नहीं पड़ेगी.'
उन्होंने आगे कहा कि किसान किसी विधायक के घर जाएं, अपने सारे कपड़े उतार दें और घर के सामने पेशाब कर दें. उन्होंने कहा, 'मरने से तो यह बेहतर है.' उनके इस भड़काऊ बयान की राजनीतिक दलों ने कड़ी निंदा की. कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने कहा कि किसानों को हथियार उठाने की यह सलाह असंवैधानिक है. अगर किसी किसान ने ऐसा किया तो सरकार उसके खिलाफ मामला दर्ज करेगी.
वहीं, शिवसेना (शिंदे गुट) के मंत्री शंभूराज देसाई ने भी कडू के बयान को अस्वीकार्य बताया. उन्होंने कहा कि कडू की भावनाएं भले ही प्रबल हों, लेकिन उन्हें अपने विचार विधानमंडल में बहस के जरिए रखने चाहिए, हिंसा भड़काने के बजाय. देसाई ने यह भी कहा कि ऐसे बयान विधायकों की जान के लिए गंभीर खतरा पैदा कर सकते हैं.