कानपुर से राहुल-प्रियंका के करीबी अजय कपूर का बीजेपी में जाना कांग्रेस के लिए क्‍यों है बड़ा झटका 

कानपुर से राहुल-प्रियंका के करीबी अजय कपूर का बीजेपी में जाना कांग्रेस के लिए क्‍यों है बड़ा झटका 

लोकसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान होने ही वाला है और कुछ ही दिनों में 18वीं लोकसभा के लिए मतदान की शुरुआत हो जाएगी. लेकिन इससे ठीक पहले उत्‍तर प्रदेश के कानपुर से कांग्रेस के लिए एक बुरी खबर आई. बुधवार को कांग्रेस के कद्दावर नेता और उत्‍तर प्रदेश के एक बड़े नेता अजय कपूर ने पार्टी को अलविदा कह दिया.

35 सालों बाद अजय कपूर ने कहा कांग्रेस को अलविदा 35 सालों बाद अजय कपूर ने कहा कांग्रेस को अलविदा
क‍िसान तक
  • Kanpur ,
  • Mar 14, 2024,
  • Updated Mar 14, 2024, 9:34 PM IST

लोकसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान होने ही वाला है और कुछ ही दिनों में 18वीं लोकसभा के लिए मतदान की शुरुआत हो जाएगी. लेकिन इससे ठीक पहले उत्‍तर प्रदेश के कानपुर से कांग्रेस के लिए एक बुरी खबर आई. बुधवार को कांग्रेस के कद्दावर नेता और उत्‍तर प्रदेश के एक बड़े नेता अजय कपूर ने पार्टी को अलविदा कह दिया. चुनावों से पहले इसे कांग्रेस को एक बड़ा झटका बताया जा रहा है. अजय कपूर कानपुर से कांग्रेस का खास चेहरा रहे हैं और अब वह भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल हो गए हैं. 

खत्‍म हुई कांग्रेस की उम्‍मीद!  

अजय कपूर ने बीजेपी की सदस्यता ग्रहण करने के साथ ही यूपी में पहले से ही कमजोर समझी जा रही कांग्रेस की बची-खुची उम्‍मीदें भी खत्‍म कर दी हैं. वह उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष सतीश महाना के रिश्तेदार भी हैं. अजय कपूर को शहर की राजनीति में कांग्रेस का भरोसेमंद नेता माना जाता है. अजय साल 2002 से 2017 तक विधायक रहे हैं. वह शहर के किदवई नगर और उससे पहले गोविंद नगर विधानसभा क्षेत्र से तीन बार विधायक भी रह चुके हैं. पिछले 35 सालों से वह कांग्रेस के साथ थे और उन्‍हें राहुल और प्रियंका गांधी का करीबी माना जाता है.

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कानपुर सीट के दावेदार!  

पिछले दिनों उन्‍हें राहुल की न्‍याय यात्रा में भी उनके साथ देखा गया था. अजय कपूर, पार्टी छोड़ रहे हैं, इस बात की अटकलें काफी समय से थीं. लेकिन मंगलवार को जब उन्होंने अपने एक्स अकाउंट पर बायो से कांग्रेस हटाया तो इस बात की पुष्टि भी हो गई कि पार्टी के साथ उनका सफर खत्‍म होने को है. अजय कपूर कानपुर की राजनीति में कांग्रेस के मजबूत स्तंभ रहे हैं. वह सपा के साथ गठबंधन के बाद खाते में आई कानपुर लोकसभा सीट से प्रबल दावेदार थे. वह कांग्रेस के राष्‍ट्रीय सचिव भी थे. 

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भाई ने पहले ही छोड़ा साथ 

प्रदेश स्तरीय चुनाव संचालन समिति की बैठक में कानपुर से भेजे गए दावेदारों के पैनल में उनका नाम एक नंबर पर रखा गया था. पूर्व केंद्रीय मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल के सामने राजनीति में हमेशा अजय गुट रहा. पूर्व विधायक अजय कपूर को भाजपा से लोकसभा चुनाव का टिकट मिलने की भी संभावना जताई जा रही है. उनके दो भाई उद्यमी विजय कपूर व भारतीय चेस फेडरेशन के अध्यक्ष संजय कपूर पहले ही भाजपा का दामन लिया था. 

बिहार तक होगा असर! 

बीजेपी नेताओं के साथ मीडिया को संबोधित करते हुए अजय कपूर ने कहा कि आज का दिन उनके लिए पुनर्जन्म जैसा है. उन्होंने कहा, 'मैं देश के प्रधानमंत्री मोदी के परिवार से जुड़कर अभिभूत हूं.' कपूर ने कहा कि उन्होंने कांग्रेस के साथ अपने 35 साल से अधिक लंबे जुड़ाव के दौरान "बहुत ईमानदारी" से काम किया. लेकिन, आज मुझे लगता है कि देश की प्रगति के लिए हर व्यक्ति को मोदी जी के परिवार से जुड़ना चाहिए.'  बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े ने कहा कि उनके भाजपा में आने से बिहार, उत्तर प्रदेश और कई अन्य राज्यों में पार्टी को फायदा होगा. 

 

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