मक्का, जिसे मकई के रूप में भी जाना जाता है, दुनिया में सबसे व्यापक रूप से उगाई जाने वाली अनाज की फसलों में से एक है. यह लाखों लोगों के लिए एक मुख्य भोजन है और पशुओं के लिए चारे के रूप में भी काम करता है. इस फसल की खासियत यह है कि इसे महज 3 महीने में तैयार किया जा सकता है. मक्का का उत्पादन भी अन्य फसलों से अधिक होता है. यही कारण है कि किसान इस फसल को उगाना पसंद करते हैं. बाज़ार में इसकी डिमांड हमेशा बनी राहटइ है. ऐसे में मक्के की खेती किसानों के लिए मुनाफे का फायदा साबित हो सकती है. आइए जानते हैं मक्के की उन उन्नत किस्मों के बारे में जिसकी खेती कर किसान अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं.
एचएम - 11 -
यह देर से पकने वाली किस्म है, जिसे पकने में 95 से 120 दिन का समय लग सकता है. संकर मक्का की यह उन्नत किस्म कई रोगों के प्रति सहिष्णु है. इस किस्म की खासियत यह है कि यह अच्छी उपज देती है. इसके साथ ही संक्रमण प्रतिरोधी होने के कारण किसानों को इस किस्म की मक्का की खेती में लागत भी कम आती है. इस किस्म से किसान 70 से 90 क्विंटल प्रति हेक्टेयर उत्पादन कर सकते हैं.
पूसा एच क्यू पी एम 5 इम्प्रूव्ड -
इस किस्म को वर्ष 2020 में लॉन्च किया गया था. यह किस्म मक्का का उत्पादन बढ़ाने और किसानों को लागत कम करने के लिए बाजार में उपलब्ध सर्वोत्तम किस्मों में से एक है. मक्का की यह किस्म संक्रमण प्रतिरोधी होने के कारण सामान्य किस्मों की तुलना में कम बीमारियाँ पैदा करती है, जिससे किसानों को कीटनाशकों और अन्य दवाओं पर अधिक खर्च नहीं करना पड़ता है.
पूसा विवेक हाइब्रिड 27 इम्प्रूव्ड -
यह जल्दी पकने वाली किस्म है. इस किस्म से मक्के की फसल मात्र 84 दिन में तैयार हो जाती है. वर्ष 2020 में लॉन्च की गई यह किस्म भी मक्का की नवीनतम किस्मों में से एक है. उच्च प्रोटीन सामग्री के कारण, इस किस्म का बड़े पैमाने पर पशु आहार के लिए और प्रोटीनेक्स जैसे उत्पाद बनाने के लिए भी उपयोग किया जाता है. यह किस्म किसानों को कम लागत में अधिक उपज देने के लिए जानी जाती है.
पूसा एच एम 4 इम्प्रूव्ड -
मक्का की पूसा एच एम 4 इम्प्रूव्ड किस्म को खरीफ तथा सिंचित क्षेत्रों के लिए वर्ष 2017 में अधिसूचित किया गया है.मक्का की यह किस्म मैदानी क्षेत्रों के लिए अनुकूल है जो 87 दिनों में पककर तैयार हो जाती है. यह किस्म प्रोटीन से भरपूर है. मक्के की इस किस्म का उत्पादन 64.2 क्विंटल प्रति हेक्टेयर है जबकि संभावित उपज 85.7 क्विंटल प्रति हेक्टेयर हैं.
पूसा एच एम 8 इम्प्रूव्ड -
मक्का की इस किस्म को खरीफ सिंचित क्षेत्रों के लिए वर्ष 2017 में अधिसूचित किया गया है. यह किस्म 95 दिनों में पककर तैयार हो जाती है.मक्के की इस किस्म को आंध्र प्रदेश, तमिलनाडू, कर्नाटक, तेलंगाना और महाराष्ट्र के लिए अनुमोदित किया गया है। मक्का की यह किस्म भी प्रोटीन से भरपूर है.