कस्टर्ड एप्पल (सीताफल), जिसे शरीफा भी कहा जाता है, एक बेहद स्वादिष्ट और पोषक तत्वों से भरपूर फल है. कस्टर्ड एप्पल के पौधे को गमले में लगाना आसान है, लेकिन इसके लिए सही मिट्टी, गमला, देखभाल और सही तकनीक का ध्यान रखना जरूरी है.
सही गमला चुनें: गमला कम से कम 16-18 इंच गहरा और चौड़ा होना चाहिए. नीचे ड्रेनेज होल जरूर होने चाहिए ताकि पानी जमा न हो. मिट्टी के गमले या ग्रो बैग का इस्तेमाल बेहतर रहेगा.
मिट्टी की तैयारी: कस्टर्ड एप्पल को ढीली, उपजाऊ और ड्रेनेज वाली मिट्टी पसंद होती है. ऐसे में 40 फीसदी बगीचे की मिट्टी, 30 फीसदी गोबर की खाद, वर्मी कंपोस्ट, 20 फीसदी नदी की रेत और 10 फीसदी कोकोपीट या पत्ती की खाद डालें.
बीज या पौधा तैयार करें: कस्टर्ड एप्पल को आप बीज या नर्सरी से तैयार पौधे से लगा सकते हैं. बीज से पौधा तैयार करने के लिए, पके हुए कस्टर्ड एप्पल से बीज निकालें. इन्हें 24 घंटे पानी में भिगो दें. फिर इन्हें सीधे गमले की मिट्टी में 1-1.5 इंच गहराई में लगाएं.
पानी देना: कस्टर्ड एप्पल के पौधे को हल्का नम रखना चाहिए. गर्मियों में हफ्ते में 3-4 बार और सर्दियों में 1-2 बार पानी दें. ज्यादा पानी देने से जड़ें सड़ सकती हैं, इसलिए हमेशा ड्रेनेज का ध्यान रखें.
खाद और पोषण: हर 30-40 दिन में वर्मी कंपोस्ट, गोबर की खाद या बोन मील डालें. फल आने के समय पोटाश और फास्फोरस वाली खाद दें ताकि फल मीठे और बड़े हों. साथ ही कस्टर्ड एप्पल का पौधा 6-7 घंटे की सीधी धूप में सबसे अच्छा बढ़ता है.
छंटाई और देखभाल: पुराने, सूखे और कमजोर पत्तों को समय-समय पर काट दें. पौधे को ज्यादा घना न होने दें, ताकि हवा और धूप ठीक से मिल सके. इसके अलावा मिलीबग, एफिड्स, स्केल इंसेक्ट्स आदि से पौधे की रक्षा करें.