महाराष्ट्र में बारिश की कमी की वजह से किसानों की समस्या काफी बढ़ रही है. किसानों का कहना है कि बारिश नहीं होने के कारण खरीफ सीज़न की फसलों का भारी नुकसान हो रहा है. खरीफ फसलों में हो रही बुवाई में देरी के कारण किसान परेशान है. वहीं इस परेशनी से उभरते हुए नासिक जिले के चांदवड तालुका के रहने वाले किसान नंदू पवार ने इस साल एक एकड़ खेती में गेंदा फूल लगाया है. किसान का कहना है कि पानी की कमी के कारण पहली पर प्रयोग के तौर पर इसकी खेती की है. क्योंकि इसकी खेती में कम पानी लगता है. किसान का कहना है कि उनके गांव में खेती के लिए पानी नहीं बचा है. पीने के लिए पानी टैंकर से आता है. ऐसे में उन्होंने ज्यादा पानी की खपत वाली खेती छोड़कर फूल की खेती की है.
किसान पवार ने बताया कि उनके पास तीन एकड़ जमीन है जिसमे से एक एकड़ में वो गेंदा फूल की खेती की प्रयोग के तौर पर की है. उनका कहना है कि गणपति का त्योहार आने वाला है. उम्मीद है कि गेंदा फूल की खेती में अच्छा मुनाफा मिलेगा. अभी भी बाजार में अच्छा गेंदे फूल का 70 रुपये प्रति किलो के हिसाब से गेंदे का फूल बिक रहा है.
किसान नंदू पवार ने बताया कि मई में इसके फूल की खेती की थी और अब इसकी हार्वेस्टिंग होने वाली है. कुछ प्रगतिशील किसानों ने इसकी खेती के लिए सलाह दी थी और पानी की कमी वाले क्षेत्र में यह सलाह बहुत अच्छी साबित हुई है.
किसान पवार का कहना है कि एक एकड़ में गेंदा फूल की खेती करने पर 35 हजार रुपये की लागत आई है.और इससे अच्छी कमाई होने ही संभावना है. उनका कहना है कि उम्मीद है कि सूखा प्रभावित क्षेत्र में यह पहला प्रयोग अच्छा साबित होगा.
पवार ने बताया कि जल्दी तैयार होने वाली किस्म की बुवाई की है. खेती मल्चिंग पेपर के जरिए की गई है. उम्मीद है कि इसकी खेती इस क्षेत्र के दूसरे किसानों को भी एक नया रास्ता दिखाएगी. जिससे उनकी लागत कम होगी और मुनाफा अच्छा होगा.
नंदू पवार ने बताया कि जहां पर पानी की कमी है वहां पर खेतों की सिंचाई में किसानों का बहुत पैसा खर्च हो जाता है. ऐसे में कम सिंचाई वाली फसल हुई तो अन्य किसानों के लिए भी फायदे का सौदा होगा.