टमाटर का भाव पिछले 15 से 20 दिनों में अर्श से फर्श पर आ गया है. आपको याद होगा महज बस 15-20 दिन पहले बाजारों में टमाटर को खरीदते समय लोगों की जेब ढीली हो रही थी. ऐसा इसलिए क्योंकि टमाटर इतना लाल हुआ था कि भाव 200 रुपये से भी ऊपर चढ़ गए थे. इसको लेकर आम आदमी के साथ ही सरकार भी परेशान हो गई थी. देखते-देखते टमाटर का भाव खुदरा में 40 से 50 रुपये प्रति किलो पर आ गया है. लेकिन टमाटर की गिरती स्थिति यहीं तक नहीं है.
नासिक के बाजार में बुधवार को किसानों का टमाटर 40 से 80 रुपये प्रति कैरेट (20 किलो का कैरेट) बिका. यानी किसान को दो से चार रुपये प्रति किलो और औसत कीमत तीन रुपये प्रति किलो मिला. ऐसे में किसानों को पूंजी निकालना तो दूर, टमाटर को खेत से निकालकर बाजार में बेचना भी महंगा हो गया है.
किसान सोमनाथ सानप 70 कैरेट यानी 1400 किलो टमाटर लेकर निफाड से नासिक आए थे. लेकिन उन्हें 60 रुपये कैरेट यानी तीन रुपये किलो भाव मिले. उन्होंने दो एकड़ में टमाटर लगाए हैं. इसमें उनका दो लाख का खर्चा आया था. वहीं उस टमाटर को बेचकर अभी तक वे मात्र पांच हजार रुपये ही कमा पाए हैं. वहीं कीमत यही रही तो वे अधिकतम पच्चीस हजार रुपये ही कमा पाएंगे. किसान सानप कहते हैं कि यह स्थिति बेहद बदतर होती जा रही है. उनका कहना है कि टमाटर को कम से कम 200-300 रुपये कैरेट यानी 20-25 रुपये प्रति किलो बेचना चाहिए, तभी फायदा होगा.
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मालेगांव के किसान भगवान सांगले के गांव में केवल 30 फीसदी बारिश हुई. उन्होंने बारिश की उम्मीद पर टमाटर की खेती की थी. लेकिन मॉनसून में बारिश नहीं हुई. इसके बाद उन्होंने टैंकर से पानी लाकर टमाटर की खेती की. वहीं उन्हें अपनी उपज की अच्छी कीमत मिलने की उम्मीद थी. लेकिन अब उन्हें कीमत मिल रही है मात्र तीन रुपये प्रति किलो. उनका कहना है कि अगर यही हालत रही तो कर्ज की वजह से उन्हें अपनी जमीन बेचनी पडेगी.
टमाटर खरीदने के लिए राजस्थान से नासिक आए व्यापारी परमेश्वर परिहार कहते हैं कि फिलहाल औसत रेट तीन रुपये प्रति किलो है. पहले दाम थोड़े सही थे लेकिन अब दाम गिर गए हैं. उनका कहना है कि यह चक्कर हमें भी समझ नहीं आता. ऐसा क्यों होता है कि कभी रेट गिर जाते हैं तो कभी इतने चढ़ जाते हैं कि ग्राहक इसे खरीद भी नहीं पाता. फिलहाल नासिक की बाजार समिति में दो से पांच टन क्षमता के करीब 500 ट्रक टमाटर आ रहे हैं.
विशेषज्ञों का कहना है कि भारी आमद के कारण कीमत में गिरावट आई है. कीमतों में कब सुधार होगा, इसके बारे में अभी कुछ भी कहना उचित नहीं होगा. यूं पूरे देश में टमाटर के भाव तेजी से गिर रहे हैं. आने वाले दिनों में इसका रेट और भी कम हो सकता है.
(प्रवीण ठाकरे की रिपोर्ट)