
इस साल राजस्थान में मॉनसून के सीजन में हुई भारी बारिश ने खेती-किसानी को तगड़ा झटका दिया. नागौर, दौसा, भरतपुर सहित कई जिलों में किसानों की मेहनत पानी में बह गई. खेतों में खड़ी मूंग, ग्वार, बाजरा और ज्वार की फसल पूरी तरह से नष्ट हो गई है. लेकिन इस बीच राजस्थान के आर्थिक संकट से जूझ रहे किसानों के लिए एक राहत भरी खबर आई है. दरअसल, राजस्थान सरकार ने फसल नुकसान के मुआवजे के रूप में 1,700 करोड़ रुपये वितरित किए हैं.
राजस्थान के कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने शुक्रवार को कहा कि राज्य सरकार ने इस वर्ष किसानों को फसल नुकसान के मुआवजे के रूप में 1,700 करोड़ रुपये वितरित किए हैं. इसके अलावा उन्होंने किसानों को आपूर्ति किए गए घटिया और नकली कीटनाशकों से संबंधित मामलों में कार्रवाई का भी आश्वासन दिया.
कोटा सर्किट हाउस में मीडिया से बात करते हुए, उन्होंने कहा कि सरकार ने ड्रोन सर्वेक्षण के माध्यम से फसल नुकसान का आकलन किया है. साथ ही प्रभावित किसानों, जिनमें वे किसान भी शामिल हैं जिनकी फसलों का बीमा नहीं है, उनको भी पर्याप्त मुआवजा दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि यह पहली बार है कि राज्य सरकार ने किसानों को 1,700 करोड़ रुपये वितरित किए हैं. इसके अलावा उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि कोटा संभाग में किसानों को उनके नुकसान के लिए 150 करोड़ रुपये से अधिक दिए जाएंगे.
घटिया और नकली कीटनाशकों के खिलाफ कार्रवाई पर, कृषि मंत्री ने कहा कि अब तक 76 FIR दर्ज की गई हैं और 18 बड़े फैक्ट्रियों को सील कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि इसके बाद नमूना परीक्षण के बाद सील की गई 10 फर्मों के लाइसेंस रद्द कर दिए गए.
बता दें कि इस साल हुई जोरदार बारिश से राज्य के तमाम किसानों की स्थिति काफी दयनीय है. कई किसानों ने तो दो बार फसल बोई थी और दोनों बार बाढ़ का पानी आ गया. कई किसानों का कहना है कि रबी सीजन की बुवाई पर भी संकट मंडरा रहा है क्योंकि खेत सूखने का नाम नहीं ले रहे. कुछ किसान ऐसे हैं जिन्होंने अगस्त की शुरुआत में अपनी बोई मूंग की फसल को फूलों से लदा देखा था लेकिन लगातार बारिश ने सब कुछ बर्बाद कर दिया, लेकिन अब सरकार की ओर से मुआवजा मिलने के बाद किसानों को थोड़ा राहत मिलेगा.