Fake Herbicide: कृषि विभाग की जांच में घटिया निकले हर्बिसाइड के सैंपल, शिवराज के आदेश पर FIR दर्ज

Fake Herbicide: कृषि विभाग की जांच में घटिया निकले हर्बिसाइड के सैंपल, शिवराज के आदेश पर FIR दर्ज

Fake Pesticides: कृषि विभाग ने बाजार से खरपतवार नाशक के सैंपल जब्त कर जांच की है और इस जांच में हर्बिसाइड के नमूने घटिया पाए गए. बताया गया था कि क्लोरिमयूरॉन एथिल नामक हर्बिसाइड खरपतवार नाशक के उपयोग से सोयाबीन की फसलें खराब हुई थीं.

Shivraj Singh Chouhan  Shivraj Singh Chouhan
क‍िसान तक
  • नोएडा,
  • Aug 20, 2025,
  • Updated Aug 20, 2025, 11:27 AM IST

नकली कीटनाशक के संबंध में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान को लगातार शिकायतें मिल रही थीं. जिसके बाद शिवराज सिंह के निर्देशों पर कृषि विभाग फौरन एक्शन मोड में आ गया. विभाग ने बाजार से खरपतवार नाशक के सैंपल जब्त कर जांच की है और इस जांच में हर्बिसाइड के नमूने घटिया पाए गए. बताया गया था कि क्लोरिमयूरॉन एथिल नामक हर्बिसाइड खरपतवार नाशक के उपयोग से सोयाबीन की फसलें खराब हुई थीं. जिसके बाद तत्काल एक्शन मोड में आकर कृषि मंत्री शिवराज के आदेश पर मध्य प्रदेश के 3 जिलों विदिशा, देवास और धार में डिफॉल्टर कंपनियों के खिलाफ FIR दर्ज की गई और कार्रवाई शुरू कर दी गई है.

डीलरों के लाइसेंस निलंबित, बचे हुए स्टॉक पर भी रोक

नकली कीटनाशक के मामले में कृषि विभाग ने डीलरों के लाइसेंस भी निलंबित किए हैं जिन क्षेत्रों में खराब हर्बिसाइड की बिक्री हो रही है. इसके अलावा राज्य सरकारों को भी जब्त हर्बिसाइड के नतीजे आने तक इनके लाइसेंस निलंबित करने के निर्देश दिए गए हैं. इसके अलावा विभाग ने कंपनियों के बचे हुए स्टॉक की बिक्री पर भी रोक लगा दी है. फसलों को नुकसान से बचाने के लिए किसानों से क्लोरिमयूरॉन एथिल खरपतवार नाशक का उपयोग न करने की सलाह दी गई है.

शिवराज ने खेतों का किया था औचक निरीक्षण

गौरतलब है कि केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान को नकली कीटनाशक की लगातार शिकायतें मिल रही थीं. इसके बाद उन्होंने इस रविवार को मध्य प्रदेश के रायसेन जिले के चिराखेड़ा गांव में फसलों का औचक निरीक्षण किया था. इस दौरान सोयाबीन के खेतों का जब शिवराज निरीक्षण करने पहुंचे तो किसानों ने बताया कि एक विशेष खरपतवारनाशक के कारण उनकी फसलें बर्बाद हो गईं. कृषि मंत्री खेतों में पाया कि किसानों की सोयाबीन की फसल पूरी तरह जल गई और सोयाबीन की जगह खरपतवार उग आए हैं. किसानों का आरोप है कि यह नुकसान रासायनिक उत्पाद के इस्तेमाल के कारण हुआ है. चौहान ने कहा कि कई किसानों से ऐसी ही शिकायतें मिली हैं.

देशव्यापी अभियान चलाने की तैयारी

जली हुई फसलें देख शिवराज ने कहा था कि वैज्ञानिकों की एक हाई लेवल समिति प्रभावित खेतों का निरीक्षण करेगी और दोषी पाए जाने पर कंपनी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी. उनके निर्देश के बाद, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) ने जबलपुर स्थित खरपतवार अनुसंधान निदेशालय के निदेशक डॉ. जे.एस. मिश्रा की अध्यक्षता में एक जांच समिति का गठन किया. शिवराज ने कहा था कि फसलों को नुकसान पहुंचाने वाले नकली कीटनाशकों, उर्वरकों और बीजों को बेचने वाली कंपनियों के खिलाफ देशव्यापी अभियान चलाया जाएगा.

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