अपने सोशल मीडिया अकाउंट में एक वीडियो जारी करते हुए वे अपने फार्म में काम करने वाले किसानों अप्रिसिएट करते देखे गए जहां वे प्याज और आलू उगाने की बात कर रहे हैं. इससे धर्मेंद्र का ऑर्गेनिक खेती और मेहनत के प्रति जुनून देखा जा सकता है.
एक अलग वीडियो में उन्होंने आम का पौधा दिखाते हुए कहा था कि प्रकृति हमें कितना कुछ देती है पौधा अभी बहुत छोटा है और अभी से ही इसमें फल लग गए, उन्होंने बताया कि ये पौधा उन्हें उनके एक दोस्त ने दिया था.
इसके अलावा पशुओं से भी उनका खास लगाव था. एक वीडियो में वे अपने हाथ से गाय को चारा खिलाते नजर आ रहे हैं. बागवानी के अलावा पशु-पक्षियों और जीवों से उनका विशेष प्रेम देखने मिलता रहा है.
धर्मेंद्र बड़े प्रकृति प्रेमी थे उन्होंने अपने एक वीडियो में अनार का पौधा दिखाते हुए बताया कि धरती हमें कितना कुछ देती है, ऊपर फल लगे हैं नीचे तेल है. ये जब भी देती है कुछ अच्छा ही देती है. इस बात से आप उनके प्रकृति प्रेम का अंदाजा लगा सकते हैं.
एक सोशल मीडिया पोस्ट में उन्होंने ट्रैक्टर के साथ तस्वीर अपलोड की और कैप्शन में लिखा- दोस्तों, आपकी शुभकामनाओं और उनके आशीर्वाद से मैं अपनी खेतीबाड़ी में व्यस्त हो गया हूं. आप सभी को मेरा प्यार. उसके बाद उन्होंने बताया कि यह प्यारा ट्रैक्ट राजकोट के एक प्रशंसक और दोस्त ने गिफ्ट किया.
आज 24 नवंबर 2025 को धर्मेंद्र की मृत्यु हो गई है. उनकी मौत की खबर आते ही दुनियाभर में उनके प्रशंसकों के बीच गम का माहौल है. हालांकि अपने जीवन के अंतिम कुछ सालों में उन्होंने जैविक खेती और पशुपालन में अपना समय बिताया और लोगों को लगातार जागरुक भी करते रहे.