अमित शाह ने तैयार क‍िया सहकारिता विकास का ब्लू प्रिंट, बोले- मेरे लैपटॉप में है सारा डेटा

अमित शाह ने तैयार क‍िया सहकारिता विकास का ब्लू प्रिंट, बोले- मेरे लैपटॉप में है सारा डेटा

महाराष्ट्र के पुणे में दैनिक सकल समूह द्वारा आयोजित दो दिवसीय सहकार सम्मेलन में एक मीडिया कॉन्क्लेव के दौरान सहकारियों को केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह ने संबोधित करते हुए सहकारी क्षेत्र में विभिन्न नई पहलों को सूचीबद्ध किया.

अमित शाह ने सहकारिता विकास का ब्लू प्रिंट किया तैयार, फोटो साभार: twitterअमित शाह ने सहकारिता विकास का ब्लू प्रिंट किया तैयार, फोटो साभार: twitter
क‍िसान तक
  • Noida,
  • Feb 19, 2023,
  • Updated Feb 19, 2023, 1:07 PM IST

महाराष्ट्र के पुणे में दो दिवसीय सहकार सम्मेलन में बाेलते हुए केंद्रीय सहकार‍िता मंत्री अम‍ित शाह ने कहा क‍ि पश्चिम बंगाल को छोड़कर पूरे सहकारी क्षेत्र का डेटा उनके लैपटॉप में है. उन्होंने कहा कि राज्यों में सहकारी समितियों की सर्वव्यापी उपस्थिति को सुनिश्चित करने के लिए एक महत्वाकांक्षी योजना बनाई जा रही है. इस सम्मेलन में महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे, डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस सहित अन्य लोग भी मौजूद रहे. शाह ने अपने मंत्रालय द्वारा शुरू की गई नई पहलों के अलावा शाह ने सहकारी समितियों को भी आगाह किया और कहा कि सहकारी क्षेत्र को अपने प्रदर्शन पर आत्मनिरीक्षण करना होगा और अपनी विश्वसनीयता बढ़ानी होगी. सहकारिता क्षेत्र को अपनी व्यवस्थाओं में सुधार कर अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए.

महाराष्ट्र का सहकारी क्षेत्र मजबूत है

शाह ने कहा कि महाराष्ट्र का सहकारी क्षेत्र मजबूत है क्योंकि देश की लगभग 8.5 लाख सहकारी समितियों में से 2 लाख अकेले महाराष्ट्र में हैं. विवरण सूचीबद्ध करते हुए उन्होंने कहा कि देश की 67 प्रतिशत आवासीय सहकारी समितियां, 35 प्रतिशत पशुधन समितियां, 27 प्रतिशत चीनी सहकारी समितियां, 16 प्रतिशत विपणन समितियां, 14 प्रतिशत मत्स्य उद्योग समितियां और 11 प्रतिशत खाद्य समितियां महाराष्ट्र में हैं.

सहकारिता महाराष्ट्र की एक बड़ी ताकत

महाराष्ट्र में देश के पैक्स का 21 प्रतिशत है और कुल शहरी बैंकों का 32 प्रतिशत है. जिसका मतलब है कि 490 बैंक महाराष्ट्र में है. साथ ही 6529 बैंक शाखाएं यहां हैं, जो देश की कुल शाखाओं का 60 प्रतिशत है. इसका मतलब है कि सहकारिता महाराष्ट्र की एक बड़ी ताकत है. महाराष्ट्र में शहरी सहकारी बैंकों के माध्यम से लगभग 3.25 लाख करोड़ रुपये जमा है. जो देश में कुल शहरी बैंक जमा का 62 प्रतिशत है. शाह ने कहा कि उनके पास अब सभी विवरण है.

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63 हजार पैक्स को कम्पयूटरीकृत करने का लक्ष्य

शाह ने कहा कि पैक्स को पुनर्जीवित करने के किए बिना देश में सहकारी क्षेत्र के मजबूत नहीं किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने देश की 63 हजार पैक्स को कम्पयूटरीकृत करने का निर्णय लिया है और इसके साथ ही पैक्स के नए मॉडल बायलॉज तैयार कर राज्यों को भेजा गया है. जिसमें पैक्स को बढाने का प्रावधान किया गया है. उन्होंने कहा कि हाल ही में कैबिनेट ने हर पंचायत में बहुआयामी पैक्स बनाने पर सहमति जताई है और अब भारत में 3 साल में 2 लाख नए पैक्स बनाए जाएंगे, जिसके बाद देश की हर पंचायत में पैक्स उपलब्ध होंगे.

हाल के घटनाक्रमों को भी किया सूचीबद्ध

शाह ने हाल के घटनाक्रमों को सूचीबद्ध किया जैसे कि PACS को CSC (कॉमन सर्विस सेंटर) का काम दिया जा रहा है और CO-op को GeM पोर्टल के माध्यम से खरीद और बिक्री के लिए दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि एस पूरी प्रक्रिया को मजबूत आधार देने के लिए सहकारिता नीति बनानी होगी और इसके लिए एक समिति का गठन किया गया है, जो कम समय में सहकारी नीति का मसौदा तैयार करेगी. शाह ने कहा कि नई सहकारिता नीति अगले 20 वर्षों के लिए देश में सहकारिता की दिशा तय करेगी.

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