MP: गोपाल पुरस्कार प्रतियोगिता के विजेता हुए घोषित, सबसे अधिक दूध देने वाली गाय को मिला पुरस्कार

MP: गोपाल पुरस्कार प्रतियोगिता के विजेता हुए घोषित, सबसे अधिक दूध देने वाली गाय को मिला पुरस्कार

देवास जिले में 1 फरवरी से 15 फरवरी के बीच कराई जाने वाली गोपाल पुरस्कार प्रतियोगिता के विजेता घोषित हो गए हैं. जिसमें पहला स्थान पाने वाले को 51 हजार रुपये का पुरस्कार मिला है.

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MP: गोपाल पुरस्कार प्रतियोगिता के विजेता हुए घोषित, सबसे अधिक दूध देने वाली गाय को मिला पुरस्कार

पशुपालन विभाग मध्य प्रदेश की ओर से देवास जिले में 1 फरवरी से 15 फरवरी के बीच कराई जाने वाली गोपाल पुरस्कार प्रतियोगिता के विजेता घोषित हो गए हैं. जिसमें पहला स्थान पाने वाले पशुपालक को 51 हजार रुपये का पुरस्कार मिला है. बता दें कि देसी गायों के बीच चिकित्सकों और विशेषज्ञों की निगरानी में कराई जाने वाली प्रतियोगिता देसी गायों के बीच सबसे अधिक दूध देने के लिए आयोजित की गई थी. इसका उद्देश्य देसी गायों का संरक्षण और उनकी स्थिति में सुधार करने के लिए किया गया था. जिसके तीन विजेताओं की लिस्ट घोषित हुई है. 

ये रहे गोपाल पुरस्कार प्रतियोगिता के विजेता

बीते दिनों देवास जिले में आयोजित गोपाल पुरस्कार प्रतियोगिता के तीन विजेता घोषित हुए हैं आपको बता दें इस प्रतियोगिता में पहला पुरस्कार 51,000 रुपये का था, दूसरा पुरस्कार 21,000 रुपये का और  तीसरा पुरस्कार 11,000 रुपये का था. पशुपालन विभाग ने ट्वीट कर विजेताओं के नाम बताए हैं जिसमें पहला स्थान राम चरण की गाय को मिला है, दूसरे स्थान पर मोहन यादव रहे तो वहीं तीसरे स्थान पर मेहरबान सिंह की देसी गाय रही. इन सभी पशुपालकों की गाय को सबसे अधिक दूध देने के मामले में विजेता चुना गया है. 

ये था प्रतियोगिता का नियम

पशुओं के बीच पहले भी कई तरह की प्रतियोगिता हो चुके हैं, लेकिन मध्य प्रदेश के देवास जिले में पशुपालन विभाग की ओर से एक अनोखी प्रतियोगिता कराई गई जिसमें देसी नस्ल की गायों के बीच दूध देने की प्रतियोगिता रखी गई थी. दरअसल, इस प्रतियोगिता में जो गाय सबसे अधिक दूध देगी उस गाय के मालिक को पुरस्कार दिया जाएगा. 

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पशुपालन विभाग के अनुसार यह प्रतियोगिता देसी नस्लों की गायों को बढ़ावा देने के लिए आयोजित की गई थी. इस आयोजन में चिकित्सकों और विशेषज्ञों की निगरानी के बाद स्वस्थ पशुओं को ही जगह दी गई साथ ही इसमें ऐसी देसी गायें शामिल हुई थीं जिनके कान में जीआई टैग (GI Tag) लगा हो और इनाफ पोर्टल पर पंजीयन हो. इसके बाद ही पशु पालक आवेदन कर सकते थे. 

18 फरवरी के दिन विजेताओं की सूची जारी हुई थी जिसमें 3 विजेताओं के नाम सामने आए थे. इन विजेताओं को इनके पुरस्कार देकर इनकी सारी आवश्यक जानकारी भोपाल भेजी गई है. साथ ही ये विजेता जिला स्तरीय के बाद राज्य स्तरीय प्रतियोगिता के लिए चुने जा चुके हैं.  

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