लोगों के बीच मशरूम की मांग काफी तेजी से बढ़ती जा रही है. लोग इसका इस्तेमाल अलग-अलग व्यंजनों में कर रहे हैं. खासकर शाकाहारी लोग इसे अधिक पसंद कर रहे हैं. वहीं, मशरूम की कई वैरायटी हैं जिनमें से एक है पुआल मशरूम. इस मशरूम को कम जगह में और पुआल पर उगानी से उगाया जा सकता है. इस मशरूम की खास बात ये है कि इसे उगाने की लागत कम और कमाई पांच गुणा अधिक होती है. ऐसे में आइए जानते हैं कैसे होती है इस किस्म की खेती.
पुआल मशरूम उगाने के लिए धान के पुआल को आधा किलो से लेकर एक किलो के बंडलों में बांधा लें. फिर इन बंडलों को पानी में भिगोकर उपचारित करें. इसके बाद जमीन पर बांस के टुकड़ों से बने फ्रेम पर या छेद वाले रैक पर इस मशरूम का बेड बनाएं. इस प्रकार से बनाए गए हर बेड के लिए 250 ग्राम स्पॉन (मशरूम के बीज) और 200 ग्राम बेसन की जरूरत होती है. इस एक बेड से तीन से चार किलो तक मशरूम मिलता है.
पुआल मशरूम एक लोकप्रिय मशरूम है, जो अपनी अलग-अलग विशेषताओं और स्वास्थ्य लाभों के लिए जाना जाता है. इस मशरूम को आमतौर पर चावल के पुआल पर उगाया जाता है. पुआल मशरूम प्रोटीन, फाइबर, और आवश्यक अमीनो एसिड जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं.
मशरूम को उगाने के लिए एक ठंडी, अंधेरी और हवादार जगह का चुनाव करें. मशरूम सूरज की सीधी रोशनी में नहीं उग पाते हैं. इसके लिए आप एक ऐसे ठंडी, अंधेरी और हवादार कमरे का इस्तेमाल कर सकते हैं, जहां तापमान 20-25 डिग्री सेल्सियस के बीच हो और नमी लगभग 80-90 फीसदी हो. वहीं, इसमें डालने के लिए खाद के तौर पर धान की पराली या सरसों के भूसे का भी प्रयोग करें. इसके अलावा मुर्गी की बीट का भी इस्तेमाल किया जा सकता है.
एक किलो पुआल मशरूम उगाने में किसान का 20 से 25 रुपये खर्च आता है. इस तरह एक बेड पर 5 किलो मशरूम उगाने में लगभग 100 रुपये का खर्च आता है. वही, पांच किलो पुआल मशरूम को बेचने पर प्रति किलो 100 रुपये की आमदनी होती है. इस तरह कोई किसान एक बेड पर 100 रुपये की लागत से 500 रुपये का मशरूम उगा सकता है. इसमें से 100 रुपये खर्च छांट दें तो हर एक बेड से 400 रुपये का मुनाफा होगा. इस तरह पुआल मशरूम से पांच गुना तक मुनाफा कमाया जा सकता है.