न सिर्फ मॉनसून यानि बरसात का मौसम बल्कि गर्मी और सर्दियों का मौसम भी बीमारियों वाला होता है. क्योंकि कुछ ऐसी बीमारी हैं जिन्हें मौसमी बीमारी कहा जाता है. ये मौसम के साथ ही आती हैं और चली जाती हैं. लेकिन बकरे-बकरियों की कुछ जानलेवा बीमारियां ऐसी भी हैं जो मौसम के हिसाब से सक्रिोय होती हैं. केन्द्रीय बकरी अनुसंधान संस्थान (सीआईआरजी), मथुरा के सीनियर साइंटिस्ट डॉ. अशोक कुमार ने किसान तक को बताया कि इसमे से ज्यादा बीमारी वो हैं जिनका कोई इलाज नहीं है. इन्हें सिर्फ वैक्सीनेशन से ही कंट्रोल किया जा सकता है.
सीनियर साइंटिस्ट डॉ. अशोक कुमार ने किसान तक को बताया कि उम्र, मौसम और बीमारी के हिसाब से बकरियों को तमाम तरह की बीमारियों से बचाने के लिए टीकाकरण सीआईआरजी की ओर से जारी किए गए चार्ट को देखकर ही कराना चाहिए. जैसे,
सभी तरह के पशुओं के लिए ये मौसम परेशानी वाला होता है. पशुपालक बरसात के मौसम में थोड़ा सा अलर्ट हो जाएं तो पशुओं को जानलेवा बीमारियों से बचाया जा सकता है. एनिमल एक्सपर्ट की मानें तो बरसाती बीमारियों की रोकथाम के लिए सबसे बढि़या उपाय है टीकाकरण.
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