Success Story: 23 साल का किसान बन गया है मिसाल, एक महीने में उगाता है 1.92 लाख किलो परवल

Success Story: 23 साल का किसान बन गया है मिसाल, एक महीने में उगाता है 1.92 लाख किलो परवल

खेती-किसानी से नफा-नुकसान की बात अक्सर सामने आती रहती है, मगर जब खेती करके ही कोई किसान लाखों कमा रहा हो तो वह मिसाल बन जाता है. ऐसी ही कहानी है सोनू की जिन्हें सोनू परवलवाला के नाम से जाना जाता है. जान लीजिए उनकी पूरी कहानी-

खेत में लगे परवल दिखाता सोनू. फोटो क्रेडिट-सोनू निगमखेत में लगे परवल दिखाता सोनू. फोटो क्रेडिट-सोनू निगम
नासि‍र हुसैन
  • Apr 17, 2023,
  • Updated Apr 17, 2023, 5:24 PM IST

बिहार मुजफ्फरपुर के रहने वाले 23 साल के किसान का नाम सोनू निगम है, लेकिन आज उसकी पहचान सोनू परवल के नाम से है. दूसरे किसान अपना परवल मंडी में ले जाकर बेचते हैं, लेकिन सोनू का उगाया परवल खरीदने के लिए आढ़तियों की मंडी उसके खेत में लगती है. परवल का रेट भी आढ़ती नहीं खुद सोनू तय करते हैं. रेट ही नहीं एक एकड़ में उत्पादन के मामले में भी सोनू ने दूसरे किसानों को पीछे छोड़ा हुआ है. यह सोनू के खेत में उगे परवल की खासियत ही है जो उसे दूसरे किसानों से अलग बनाती है और उनकी मुनाफे वाली कमाई का जरिया भी बन रही है. 

भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) ने हाल ही में पूसा, दिल्ली  में लगे कृषि मेले में सोनू को सम्मानित किया था. सम्मानित होने वालों में सोनू सबसे कम उम्र के किसान थे. 56 एकड़ जमीन पर सोनू सब्जी उगाते हैं तो साथ में बकरी, गाय-भैंस और मछली भी पालते हैं. सोनू बॉटनी, बीएससी से ग्रेजुएट हैं. सोनू 2007 में देखे गए अपने पिता के ऑर्गेनिक फार्मर बनने के सपने को पूरा करने में लगे हुए हैं. 

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परवल की खासियत ऐसी है कि खुद ही दाम तय करते हैं सोनू 

सोनू ने बताया कि उनके खेत में पिता के जमाने से ही परवल की खेती हो रही है. पूसा, समस्तीपुर से मिली टिप्स के बाद से उनके परवल ने मंडी में अपनी एक अलग पहचान बनाई है. आज हमारा परवल मंडी में अलग से पहचान लिया जाता है. हमारे खेत में उगे परवल का साइज दूसरे परवल से बड़ा होता है. साथ ही उसमें बीज नाम मात्र के लिए होते हैं तो वो जल्दी पक जाता है. इसके साथ ही इसका छिलका बहुत ही नरम होता है. और एक जो सबसे बड़ी खासियत है वो यह कि हमारा परवल पूरी तरह से आर्गेनिक है. 

पूसा के किसान मेले में सम्मानित होता सोनू-फोटो क्रेडिट-सोनू निगम

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परवल के रेट और उत्पादन में ऐसे आगे हैं सोनू 

सोनू ने किसान तक को बताया कि वो इस वक्त छह एकड़ जमीन पर परवल की खेती कर रहे हैं. हफ्ते में दो बार खेत में परवल तोड़ा जाता है. यानि एक महीने में आठ बार. एक एकड़ जमीन पर एक बार में चार हजार किलो परवल निकलता है. यानि हफ्ते में आठ हजार किलो और एक महीने में 32 हजार किलो परवल निकलता है. इस हिसाब से छह एकड़ जमीन पर एक महीने में 1.92 लाख किलो परवल सोनू के खेत से निकलता है.

सोनू का कहना है कि अगर दूसरे किसानों की बात करें तो उनके यहां एक एकड़ में एक हफ्ते में सिर्फ छह हजार किलो ही परवल निकलता है. रेट के मामले में सोनू ने बताया कि आज उनके खेत से 50 रुपये किलो परवल बिक रहा है. जबकि दूसरे किसान मंडी जाकर अपना परवल 40 से 45 रुपये किलो बेच पा रहे हैं. थोक से लेकर रिटेल तक सोनू के खेत का परवल बाजार में पांच से दस रुपये किलो महंगा ही बिकता है.

जानें क्या कहते हैं एक्सपर्ट

''आमतौर पर एक एकड़ जमीन पर तीन हजार से 32 किलो तक परवल हो जाता है. लेकिन परवल की पौध को ऊंचाई पर जमीन से हटाकर रखा जाए और कीड़ों से अच्छीी तरह से उसका बचाव किया जाए तो 20 फीसद तक प्रोडक्‍शन और बढ़ जाता है. आर्गनिक खेती करने से भी उत्पाेदन बढ़ जाता है.'' 
-अनिल कुमार सिंह, वेजिटेबल एक्सतपर्ट, पूसा, समस्तीनपुर, बिहार

 

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