Onion Mandi Rates: हमारी सब्जी से लेकर सलाद तक में प्याज सबसे जरूरी चीज है. खुदरा बाजार में प्याज की कीमत 50 से 60 रुपये किलो चल रही है, जिससे आम लोगों की जेब पर बोझ पड़ रहा है. वहीं, थोक मंडी में प्याज की कम आवक के कारण अच्छे दाम मिलने से किसानों को अच्छा फायदा हो रहा है. ऐसे में आम लोगों को प्याज की महंगाई से जल्द राहत मिलने की उम्मीद फिलहाल नजर नहीं आ रही है. लेकिन कई राज्यों की मंडियों में प्याज के थोक दाम में गिरावट आई है. ऐसे में ये उम्मीद लगाई जा सकती है कि जल्द ही प्याज के बढ़े हुए दाम से लोगों को राहत मिलेगी. आइए जानते हैं प्याज उत्पादन में अग्रणी राज्यों की मंडियों का हाल-
अनाज मंडी | न्यूनतम कीमत | अधिकतम कीमत | मॉडल प्राइस |
शाजापुर (मध्य प्रदेश) | 1800 | 3100 | 3100 |
आनंद (गुजरात) | 2500 | 3500 | 3000 |
खंभात (गुजरात) | 3500 | 4200 | 3850 |
गोहाना (हरियाणा) | 3000 | 3500 | 3200 |
गुडगांव (हरियाणा) | 2000 | 4000 | 3000 |
रेवाड़ी (हरियाणा) | 1000 | 3600 | 2300 |
चथानूर (केरल) | 7800 | 8200 | 8000 |
आनंदनगर (यूपी) | 4200 | 4800 | 4600 |
कमलागंज (यूपी) | 3500 | 3600 | 3550 |
गुलावती (यूपी) | 3000 | 3200 | 3100 |
बात करें प्याज की कीमतें कम होने की तो अनुमान लगाया जा रहा है कि दिसंबर के तीसरे हफ्ते से प्याज की कीमतों में थोड़ी गिरावट आएगी. ऐसा इसलिए क्योंकि इस समय तक मंडियों में खरीफ प्याज की आवक आने लगेगी, जिससे प्याज के भाव थोड़े नरम होंगे. वैसे तो अभी तक खरीफ प्याज मंडियों में आ जाता था, लेकिन इस बार देर तक हुई बारिश और मौसम की वजह से ये प्याज मंडियों में 20 से 25 दिन की देरी से पहुंचेगा. इसके बाद लोगों को प्याज पर कम पैसे खर्च करने होंगे.