हिंदू धर्म में सावन के महीने को बहुत ही पवित्र महीना माना जाता है. हिन्दू धर्म के अनुसार इस पवित्र महीने में भगवान शिव की भक्ति करने से साधकों को बल, बुद्धि एवं विद्या का आशीर्वाद प्राप्त होता है. वहीं आज यानी 4 जुलाई, 2023 से शिवजी की आराधना का पवित्र महिना सावन शुरू हो रहा है. इस वर्ष सावन 58 दिनों का होगा यानी शिवजी की पूजा-पाठ और भक्ति के लिए सावन का महीना दो माह का होगा. 4 जुलाई से सावन का पवित्र महीना शुरू होकर 31 अगस्त तक चलेगा. गौरतलब है कि सावन के महीने में हिन्दू धर्म के ज्यादातर लोग शाकाहारी भोजन का सेवन करते हैं, क्योंकि इस महीने के समाप्त होने तक नॉनवेज यानी मांसाहारी भोजन करना वर्जित होता है. वहीं, मांसाहारी भोजन करने के विचार सुनते ही घर के बुजुर्ग लोग डांटने लगते हैं और हम सभी इसका आँख बंद करके अनुसरण कर रहे हैं. लेकिन, क्या आपने कभी सोचा है कि इस महीने में नॉनवेज खाना क्यों वर्जित है? आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं-
• सावन में नॉनवेज नहीं खाने की धार्मिक वजह
हिंदू धर्म के अनुसार, सावन महीने का हर दिन एक भगवान को समर्पित होता है और भक्तों के बीच महत्व रखता है. यही वजह है कि सावन के पूरे महीने को पवित्र माना जाता है. उदाहरण के तौर पर सोमवार को भगवान शिवजी की पूजा की जाती है, मंगलवार को मंगला गौरी पूजा, तो बुधवार को लोग बुद्ध पूजा करते हैं. गुरुवार को बृहस्पति भगवान की पूजा, शुक्रवार को जरा जीवंतिका पूजा और शनिवार को अश्वत्थ मारुति पूजा के लिए रखा गया है. इसके अलावा कई प्रमुख हिंदू त्योहार सावन में आते हैं, जैसे- तीज, कृष्ण जन्माष्टमी, रक्षा बंधन और नाग पंचमी आदि.
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• सावन में नॉनवेज नहीं खाने की वैज्ञानिक वजह?
सावन के महीने में हमारा शरीर कमज़ोर हो जाता है. मेटाबॉलिज़्म धीमा पड़ने से लेकर पाचन शक्ति कमजोर हो जाता है. इसके अलावा, इन्फेक्शन का जोखिम बढ़ जाता है. यह महीना कई तरह की शारीरिक समस्याओं से जुड़ा है. अगर इस दौरान नॉनवेज खाना खाया जाता है, तो यह हमारे पूरे शरीर को प्रभावित करता है, जिससे संतुलन बिगड़ता है और हम बीमार पड़ने लगते हैं. यही वजह है कि लोगों को सावन के महीने में नॉनवेज खाने से माना किया जाता है.
• ब्रीडिंग या प्रजनन का महीना
सावन का महीना सभी जानवरों के लिए प्रजनन का महिना माना जाता है, चाहे वह जलीय जीव हों या थलचर जीव. यह महीना प्यार का भी प्रतीक है और हिंदू धर्म में किसी भी जीवित जीव को मारना पाप माना जाता है.
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• आयुर्वेद क्या कहता है?
आयुर्वेद के हिसाब से सावन के महीने में हमारी इम्यूनिटी कमजोर हो जाती है. इस दौरान नॉनवेज, ऑयली या फिर मसालेदार खाना खाने से हमारी इम्यूनिटी के साथ-साथ पाचन क्रिया पर भी प्रभाव पड़ता है, क्योंकि इन चीजों को पचाना आसान नहीं होता है. यही वजह है कि आयुर्वेद कहता है कि सावन के महीने के दौरान हल्का भोजन करें ताकि वे आसानी से पच जाएं.