कर्नाटक मिल्क फेडरेशन (केएमएफ) ने दिल्ली-एनसीआर के बाजार में नंदिनी दूध और दही की अपनी प्रीमियम रेंज बेचेगा. यह ऐलान दक्षिणी राज्यों के अलावा कंपनी के विस्तार का एक महत्वपूर्ण संकेत है. लॉन्च कार्यक्रम गुरुवार को दिल्ली में हुआ, जिसमें कर्नाटक के मुख्यमंत्री एस सिद्धारमैया, उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार सहित अन्य मौजूद थे. उपभोक्ताओं की अलग-अलग जरूरतों के हिसाब से कंपनी ने चार अलग-अलग दूध के वेरिएंट बेचने की योजना बनाई है. हर उत्पाद अलग-अलग प्राथमिकताओं और उपयोगों के लिए बनाया गया है.
कंपनी का प्रमुख उत्पाद, गाय का दूध चार सुविधाजनक पैक्स के रूप में मिलेगा. सबसे छोटा पैकेट 100 मिली 10 रुपये कीमत का रहेगा. परिवारों या नियमित उपभोक्ताओं के लिए 500 मिली, 1 लीटर और 6 लीटर जैसे बड़े पैक क्रमशः 28 रुपये, 56 रुपये और 336 रुपये में मिलेंगे.
वहीं, जो लोग ज्यादा गाढ़ा और फैट वाला दूध पसंद करते हैं, उनके लिए नंदिनी ने समृद्धि ब्रांड नाम के साथ फुल क्रीम वेरिएंट पेश किया है. यह पैक 500 मिली, 1 लीटर और 6 लीटर के साइज़ में मिलेगा, जिसकी कीमत क्रमशः 33 रुपये, 67 रुपये और 402 रुपये रहेगी.
इसके अलावा कंपनी एक अन्य वैरिएंट- टोन्ड मिल्क ‘शुभम’ ब्रांड नेम से बेचेगी. यह पैक स्वास्थ्य या अन्य कारणों से कम फैट पसंद करने वाले उपभोक्ताओं के लिए तैयार किया गया है. यह 500 मिली और 1 लीटर के पैक में 30 रुपये और 61 रुपये की कीमत पर मिलेगा.
आखिरी में नंदिनी ने लाइट वैरिएंट संपूर्णा बाजार में उतारा है, जो स्वाद से समझौता किए बिना कम कैलोरी सामग्री पसंद करने वालों के लिए उपयुक्त विकल्प बनेगा. इसका पैक 500 मिली में 27 रुपये और 1 लीटर के पैक में 55 रुपये में मिलेगा. दूध के वैरिएंट के अलावा, कंपनी दिल्ली के बाजार में दही और छाछ भी उतारेगी.
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केएमएफ कर्नाटक में दूध उत्पादक सहकारी समितियों का प्रतिनिधित्व करने वाला शीर्ष संगठन है. चार दशकों से अधिक समय से, यह ग्रामीण आर्थिक और सामाजिक विकास के लिए आधारशिला रहा है, जो भारत की दूसरी सबसे बड़ी सहकारी डेयरी के रूप में उभर रहा है. दूध की खरीद और बिक्री के मामले में, यह दक्षिण भारत में एक प्रमुख सहकारी है.
केएमएफ के अध्यक्ष, एलबीपी भीमा नाइक ने केएमएफ के बारे में बताते हुए कहा, "हर दिन, केएमएफ 9.5 मिलियन लीटर दूध खरीदता है, जिससे 80% राजस्व किसानों को वापस मिलता है, यह एक ऐसे उद्योग में उल्लेखनीय उपलब्धि है जहां उत्पादकों को अक्सर न्यूनतम रिटर्न मिलता है."
मुंबई, पुणे, हैदराबाद, चेन्नई, विदर्भ, गोवा और केरल जैसे प्रमुख शहरों में तरल दूध के सफल लॉन्च के बाद, केएमएफ का लक्ष्य देश भर में वफादार उपभोक्ताओं की बढ़ती मांगों को पूरा करना है. यह पहल कर्नाटक में डेयरी फार्मिंग में लाभप्रदता और स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए केएमएफ के चल रहे प्रयासों के अनुरूप है, जिसमें नए उत्पादों को पेश करके और उनका आविष्कार करके शामिल किया गया है.