हिंदी सिनेमा में नमक की भूमिका हमेशा से ही खास रही है. नमक पर कई डायलॉग भी बनाए गए हैं. सरदार, मैंने आपका नमक खाया है गद्दारी नहीं करूंगा. यह तो हुई सिनेमा जगत की बात. अब अगर घर के किचन की बात करें तो वह नमक के बिना अधूरा है. यही वजह है कि अगर खाने में नमक की मात्रा कम या ज्यादा हो जाए तो स्वाद का खेल पूरा बिगड़ जाता है. खाना बनाने वाले भी न जाने कितनी बार खाने को चख कर देखते हैं कि नमक कम या ज्यादा तो नहीं है.
लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि आप कौन सा नमक खा रहे हैं. या जो नमक खा रहे हैं वह आपकी सेहत के लिए सही है या नहीं. ऐसे में आइए जानते हैं कौन सा नमक आपके लिए हैं बेस्ट और नमक के 7 प्रकार के बारे में विस्तार से....
नमक शरीर के लिए एक आवश्यक खनिज है, लेकिन इसे सेवन कम मात्रा में किया जाना चाहिए. इंसानों द्वारा सबसे अधिक इस्तेमाल किया जाने वाला नमक टेबल नमक होता है, लेकिन क्या यह नमक आपके शरीर के लिए लाभदायक है? हिमालय नमक, सेंधा नमक और काला नमक के विपरीत टेबल नमक को खाने योग्य बनाने के लिए प्रोसेस्ड किया जाता है. जिस वजह से इसमें पोषक तत्व कम होते हैं। हालांकि नमक में आयोडीन की कमी को पूरा करने के लिए इसमें आयोडीन को मिक्स किया जाता है. इसलिए इसे अधिक मात्रा में खाने से ये ना केवल इंट्रासेलुलर पानी को खींचता है बल्कि किडनी पर भी दबाव बनाता है.
लेकिन जब बात नमक खरीदने की आती है तो हम जब जानते हुए भी यह गलती बार-बार करते हैं. जब भी नमक खरीदने बाजार या सुपर मार्केट जाते हैं तो आगे रखा हुआ टेबल साल्ट खरीद घर ले आते हैं. यह जानते हुए भी कि यह हमारे शरीर के लिए कितना हानिकारक है. ऐसे में अब सवाल यह उठता है कि कौन सा नमक हमारे लिए फायदेमंद हैं. आपको बता दें सभी नमक में एक सामान्य गुण पाया जाता है. नमक शरीर के पीएच लेवल को बैलेन्स में रखता है. जिस वजह से गैस, जलन आदि जैसी बीमारियों से छुटकारा मिलता है. ऐसे में नमक के अलग-अलग प्रकार हैं और अपनी अलग खासियत है.
स्वाद की बात करें तो हिमालयन साल्ट सबसे अच्छा होता है. क्योंकि इसमें सबसे ज्यादा मिनरल्स होते हैं. इसके अलावा, यह 100% नैचुरल होता है. इस नमक में बाहर से यानी प्रोसेस कर के कुछ भी नहीं मिलाया जाता है. इसमें अन्य नमक की तुलना में कम सोडियम होता है.
एनीमिया और गोइटर से पीड़ित लोगों के लिए काला नमक सबसे अच्छा होता है. क्योंकि इसमें आयरन और आयोडीन की सही मात्रा होती है। हाइ बीपी और ऑस्टियोपोरोसिस से पीड़ित लोगों के लिए हिमालयन नमक बेहतर है. इसमें उच्च मात्रा में खनिज होते हैं. समुद्री नमक बलगम को खत्म करने में मदद करता है और बीपी को नियंत्रित करता है. सेंधा नमक शुगर से पीड़ित लोगों के लिए अच्छा होता है.
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