सर्दी का मौसम चल रहा है और इस मौसम में आंवले की आवक शुरु हो जाती है. आंवला में भरपूर मात्रा में औषधीय गुण पाए जाते हैं. आंवले से मुरब्बा, अचार, जूस और कैंडी आदि बनाए जाते हैं. आयुर्वेदिक दवाओं के रूप में भी आंवले का काफी इस्तेमाल किया जाता है. बालों को काला और मुलायम करने के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है. आंवले की खेती भारत के लगभग सभी राज्यों में की जाती है. लेकिन, आंवला उत्पादन के मामले में मध्य प्रदेश भारत के सभी राज्यों में अव्वल है. जबकि इसके सहित 4 राज्य ऐसे हैं, जहां भारत के कुल 85 प्रतिशत आंवला का उत्पादन किया जाता है.
इसकी खेती करके किसान अपनी आय में बढ़ोतरी कर सकते हैं. आइए जानते हैं कि आंवला उत्पादन के मामले में देश के वो टॉप 4 राज्य कौन-कौन से हैं और कितना उत्पादन होता है.
आंवला की खेती लगभग देश के सभी राज्यों में की जाती है. लेकिन, देश के सिर्फ ये 4 राज्य मिलके 85 प्रतिशत आंवले का उत्पादन करते है. राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार वो राज्य, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु और गुजरात हैं.
आंवला उत्पादन के मामले में मध्य प्रदेश देश के सभी राज्यों से आगे है. यहां की मिट्टी और जलवायु आंवला उत्पादन के लिए बेहतर हैं. इस वजह से सबसे अधिक आंवले की खेती मध्य प्रदेश में होती है.राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार देश में कुल उत्पादित होने वाले आंवले में अकेले 33.48 प्रतिशत का उत्पादन करता है.
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आंवला उत्पादन के मामले में मध्य प्रदेश के बाद दूसरे स्थान पर उत्तर प्रदेश है. जहां कुल 33.39 प्रतिशत आंवले का उत्पादन किया जाता है, तीसरे स्थान पर तमिलनाडु है, जहां कुल 14.42 प्रतिशत का उत्पादन किया जाता है. चौथे नंबर पर गुजरात है जहां 5.38 प्रतिशत आंवले का उत्पादन किया जाता है. वहीं कई अन्य राज्य और भी हैं, जहां आंवले का उत्पादन किया जाता है.
आंवले का सेवन करना शरीर के लिए काफी लाभकारी होता है. आंवला खाने से पाचन तंत्र मजबूत होता है और आंखों के रोशनी के लिए भी यह काफी फायदेमंद होता है. इसमें मौजूद पोषक तत्व आपको स्वस्थ रहने में मदद करता है. आंवले में प्रचुर मात्रा में विटामिन-सी, आयरन, कैल्शियम, प्रोटीन, फास्फोरस और कार्बोहाइड्रेट पाया जाता है.