राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 में इस बार प्रदेश में 2605 नेता मैदान में उतरे हैं. प्रदेश की 200 विधानसभा सीटों के लिए मुख्य पार्टी कांग्रेस, बीजेपी, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक दल, आम आदमी पार्टी हैं.वहीं, सैंकड़ों प्रत्याशी निर्दलीय मैदान में हैं. निर्वाचन विभाग के अनुसार नामांकन के आखिरी दिन 6 नवंबर को 1543 उम्मीदवारों ने 1974 नामांकन भरे. इस तरह 200 विधानसभा सीटों के लिए इस बार प्रदेश में 2605 नेता अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. इन प्रत्याशियों ने 3436 नामांकन पत्र भरे हैं. नामांकन पत्रों की जांच 7 नवम्बर को सुबह 11 बजे से रिटर्निंग अधिकारी के कार्यालय में ऑब्ज़र्वर की उपस्थिति में होगी. वहीं, नामांकन वापसी की अंतिम तारीख 9 नवम्बर है.
सभी 200 विधानसभा क्षेत्रों के लिए मतदान 25 नवम्बर को सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक होगा. इसके अलावा 408 उम्मीदवारों ने क्रिमिनल एंटेसेडेंट्स की जानकारी अपने नामांकन में दी है.
राजस्थान में मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने जानकारी दी है कि प्रदेश में सबसे अधिक 31 उम्मीदवारों ने आदर्श नगर विधानसभा क्षेत्र में नामांकन भरे हैं. इसके बाद कामां में 28, आहोर और भीलवाड़ा में 27-27 और अजमेर उत्तर, सांगानेर और सूरसागर में 26 उम्मीदवारों ने नामांकन पत्र भरे हैं. सबसे कम 4-4 उम्मीदवारों ने दूदू और लालसोट में, चौहटन में 5 उम्मीदवारों ने और रेवदर एवं चाकसू विधानसभा क्षेत्रों में 6-6 उम्मीदवारों ने नामांकन पत्र भरे हैं.
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राजस्थान विधानसभा चुनाव में एक तरफ जहां चुनाव प्रचार चरम पर आ गया है. वहीं, अवैध सामग्रियों के चलन में भी काफी इजाफा हुआ है. निर्वाचन विभाग के निर्देश पर प्रदेश में विभिन्न एनफोर्समेंट एजेंसियों की ओर से नौ अक्टूबर को आदर्श आचार संहिता लागू होने से अब तक 500 करोड़ रुपए मूल्य की अवैध नकदी और अवैध सामग्री जब्त की गई है. प्रदेश में पिछले विधानसभा आम चुनाव में पूरी आचार संहिता के दौरान की गई जब्ती के मुकाबले अब तक 702% की बढ़ोतरी हो चुकी है.
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मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि प्रदेश के 23 जिलों में अलग-अलग एजेंसियों की ओर से अब तक 10 करोड़ रुपए से अधिक की जब्ती की गई है. जयपुर 83.34 करोड़ लाख रूपए के सीजर के साथ प्रदेश में सबसे आगे है. दूसरे स्थान पर 30.52 करोड़ की जब्ती के साथ अलवर है.
जोधपुर 20.96 करोड़ के साथ तीसरे, उदयपुर 20.38 करोड़ के साथ चौथे, नागौर 19.88 करोड़ रुपए के साथ पांचवे, बीकानेर 19.34 करोड़ के साथ 6वें, बूंदी 18.41 करोड़ के साथ 7वें, चित्तौड़गढ़ 17.84 करोड़ के साथ आठवें, श्रीगंगानगर 17.79 करोड़ के साथ 9 वें और भीलवाड़ा 17.07 करोड़ के साथ 10 वें स्थान पर है.