इफको के नए प्रबंध निदेशक के. जे. पटेल ने अपना पदभार ग्रहण कर लिया है. उन्होंने इस बड़ी जिम्मेदारी के लिए इफको बोर्ड, पूर्व अध्यक्ष दिलीप भाई संघाणी और उपाध्यक्ष बलवीर सिंह सहित सभी का तहे दिल से धन्यवाद किया. के. जे. पटेल ने विश्वास दिलाया कि वह इफको को आगे बढ़ाने और किसानों के जीवन में खुशहाली लाने के लिए तन-मन-बुद्धि से पूरा प्रयास करेंगे. उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह का भी आभार व्यक्त किया. के. जे. पटेल ने नैनो फर्टिलाइजर को एक क्रांतिकारी उत्पाद बताया और कहा कि किसानों को इसके उपयोग और दक्षता के बारे में अच्छे से समझाना होगा. उन्होंने यह भी बताया कि नैनो फर्टिलाइजर का उपयोग विश्व के कई देशों में हो रहा है और इफको किसानों की आय दोगुनी करने के प्रधानमंत्री के आह्वान को पूरा करने के लिए सदैव तत्पर रहेगी. उन्होंने कहा कि यह संस्था दुनिया की सबसे बड़ी सहकारी संस्था है और देश की सबसे बड़ी खाद निर्माण कंपनी है. केजे पटेल ने 'किसान तक' से खास बातचीत में नैनो यूरिया और नैनो डीएपी के बारे में जानकारी दी.
दरअसल, किसानों में नैनो यूरिया और नैनो डीएपी को लेकर विरोध देखा जा रहा है. किसानों का कहना है कि इसे जबरन दिया जा रहा है और यह उतना प्रभावी तरीके से काम भी नहीं कर रहा है. इसके जवाब में केजे पटेल ने कहा, मैं इस बात से सहमत हूं, लेकिन नैनो यूरिया और नैनो डीएपी एक क्रांतिकारी उत्पाद है. जब भी कहीं भी इस तरह का नया प्रोडक्ट बनता है, कुछ भी नया परिवर्तन होता है तो उसके लिए अनुकूल वातावरण तैयार होना चाहिए. हमने इफको में आज पांच प्लांट को कार्यरत किया है.
केजे पटेल ने कहा, चार साल पहले जब नैनो फर्टिलाइजर का आविष्कार हुआ तो उसके परिणाम 4000 से ज्यादा जगहों पर ट्रायल किए गए तो पाया गया कि यह बहुत ही सुंदर परिणाम हैं. बात ये है कि हमारे किसान आदि हैं कि उन्हें दानेदार खाद मिले जैसे कि यूरिया, डीएपी क्योंकि उन्हें खेतों में छिड़काव करने की आदत है. नैनो फर्टिलाइजर कारगर तरीके से चलता है जिसके बारे में हमारे किसानों को खाद की कार्यदक्षता के बारे में अवगत कराना होगा. उनके ह्रदय तक पहुंचना होगा. जब हम उनके ह्रदय तक पहुंच जाएंगे तो उनकी बात को भी समझेंगे. मिलजुल कर हम ये देखेंगे कि इस प्रोडक्ट को आगे बढ़ा सकते हैं.
बातचीत में पटेल ने कहा, यह एक क्रांतिकारी प्रोडक्ट है, विश्व के कई देशों में बनाया जा रहा है जिनमें हम कोशिश कर रहे हैं कि ब्राजील का प्लांट जल्द से जल्द चालू हो जाए. कई देशों में हम इसे एक्सपोर्ट कर रहे हैं, अमेरिका सहित कई देशों से अच्छी रिपोर्ट आई है. जब बाहर विदेश में यह उपयोग में लिया जा रहा है तो हम चाहेंगे कि हमारे देश के किसान भी करें.
उन्होंने कहा कि यदि किसान किसी चीज को स्वीकार नहीं करते हैं, तो उन्हें पहले उसके बारे में शिक्षित किया जाना चाहिए और आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जानी चाहिए. पटेल ने बताया कि उनकी संस्था यह सुनिश्चित करेगी कि किसानों को नैनो फर्टिलाइजर और नैनो यूरिया के प्रयोग के बारे में पूरी जानकारी और सुविधा मिले. जबरन टैगिंग के मुद्दे पर गहन विचार-विमर्श चल रहा है, हालांकि ऐसी कोई टैगिंग होती नहीं है. संस्था का मुख्य उद्देश्य किसानों को अधिक से अधिक सहूलियतें और सुविधाएं देना है, ताकि उनका भविष्य बेहतर हो सके. भविष्य की योजनाओं और विस्तार पर बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स के साथ चर्चा की जाएगी.