शिमला मिर्च का नाम सुनते ही दिमाग में तीखे और चटपटे स्वाद की अनुभूति होती है. देश में उगाई जाने वाली अलग-अलग सब्जियों में शिमला मिर्च का एक महत्वपूर्ण स्थान है. वहीं, ये एक ऐसी सब्जी है, जिसकी खेती पूरे देश में होती है. यही वजह है कि यह पूरे साल मार्केट में ये आसानी से मिल जाती है. अगर किसान शिमला मिर्च की खेती करते हैं, तो बंपर कमाई कर सकते हैं. क्योंकि शिमला मिर्च की डिमांड मार्केट में हमेशा रहती है. ऐसे में अगर आप भी शिमला मिर्च की कुछ ऐसी ही किस्म की तलाश कर रहे हैं जिससे अधिक उपज मिल सके तो आप इसकी इंडाम चॉकलेट वंडर किस्म को अपने गार्डन में उगा सकते हैं. आइए बताते हैं कहां सस्ते में मिलेगा इसका बीज और क्या है इसकी खासियत.
राष्ट्रीय बीज निगम (National Seeds Corporation) किसानों की सुविधा के लिए ऑनलाइन शिमला मिर्च की उन्नत किस्म इंडाम चॉकलेट वंडर का बीज बेच रहा है. इस बीज को आप ओएनडीसी के ऑनलाइन स्टोर से खरीद सकते हैं. यहां किसानों को कई अन्य प्रकार की फसलों और फूलों-फलों के बीज भी आसानी से मिल जाएंगे. किसान इसे ऑनलाइन ऑर्डर करके अपने घर पर डिलीवरी करवा सकते हैं.
इंडाम चॉकलेट वंडर शिमला मिर्च की एक अनोखी किस्म है. वैसे तो आपने लाल, पीले और हरे शिमला मिर्च देखे होंगे, लेकिन इस किस्म की खासियत ये है कि ये हल्के हरे रंग से आकर्षक चॉकलेटी रंग का होता है. वहीं, इस किस्म के फलों का औसत वजन 210 ग्राम है. इस किस्म को लगाने पर लगभग 74-76 दिनों में ये तैयार हो जाता है. वहीं, इसे उगाने का सही समय सर्दी का मौसम होता है.
अगर आप शिमला मिर्च के इस किस्म को गमले में उगाना चाहते हैं तो इंडाम चॉकलेट वंडर किस्म के 25 बीज फिलहाल आपको 60 रुपये में राष्ट्रीय बीज निगम की वेबसाइट पर मिल जाएगा. इसे खरीद कर आप आसानी से गमले या गार्डन में शिमला मिर्च उगा सकते हैं.
शिमला मिर्च को गमले में उगाने के लिए सबसे पहले एक बड़े साइज का गमला लें. फिर अच्छी जल निकासी वाली, रेतीली-दोमट मिट्टी में जैविक खाद मिलाएं और सभी को मिक्स करके थोड़ी देर के लिए धूप में रख दें, ताकि मिट्टी में मौजूद नमी और कीड़े-मकोड़े निकल जाएं. गमले में बीज लगाने से पहले उन्हें 24 घंटे के लिए गुनगुने पानी में भिगोकर रखें. उसके बाद बीज को मिट्टी के अंदर 3 से 4 इंच की गहराई पर लगा दें. बीज लगाने के बाद ऊपर से गोबर की खाद डालें और फिर थोड़ा सा पानी डालें. जब तक बीज अंकुरित ना हो जाए, तब तक गमले को तेज धूप में ना रखें. वहीं, शिमला मिर्च के पौधे में हर 20 दिन के अंतराल से जैविक खाद जरूर डालें.