Agri Advisory: गर्मियों के मौसम में फसलों की देखभाल और सही समय पर कृषि कार्य करना बहुत जरूरी होता है. इस मौसम में नमी की कमी और तेज धूप फसलों की वृद्धि और उत्पादन पर प्रभाव डाल सकती है. ऐसे में आइए जानते हैं इस सप्ताह (25 मई, 2025 तक) किसानों को कौन-कौन से कृषि कार्य करने की सलाह कृषि विशेषज्ञों द्वारा दी जा रही है.
इस समय लता वाली फसलों और सब्जियों में मिट्टी में नमी की कमी से परागण (Pollination) पर असर पड़ सकता है जिससे उपज में गिरावट आ सकती है. इसलिए सलाह दी जाती है कि सब्जियों की फसलों में हल्की सिंचाई कम समय के अंतराल पर करें ताकि मिट्टी की नमी बनी रहे.
ग्रीष्मकालीन हरी खाद के लिए किसान सनई और ढैंचा की बुवाई कर सकते हैं.
बुवाई से पहले खेत में पर्याप्त नमी होनी चाहिए ताकि अंकुरण अच्छा हो सके.
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इस सप्ताह किसान ग्वार, मक्का और बाजरा जैसी चारा फसलों की बुवाई कर सकते हैं.
बुवाई के समय खेत में नमी होना जरूरी है ताकि बीजों का विकास ठीक से हो.
किसान इस समय अरहर और कपास की बुवाई की तैयारी करें. ध्यान रहे कि बीज प्रमाणित स्रोत से ही खरीदें ताकि फसल की गुणवत्ता बनी रहे और रोगों से बचाव हो सके.
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जो सब्जियां तुड़ाई के लिए तैयार हैं, उन्हें सुबह या शाम के समय तुड़ें और छायादार स्थान में रखें ताकि वे लंबे समय तक ताजा बनी रहें.
साथ ही भिंडी में हल्की सिंचाई कम अंतराल पर करते रहें ताकि पौधों को गर्मी से राहत मिले.
इस सप्ताह मौसम को ध्यान में रखते हुए किसानों को अपने खेतों में नमी बनाए रखने, उचित सिंचाई करने और समय पर कीट प्रबंधन करने की सलाह दी जाती है. समय पर कृषि कार्य और वैज्ञानिक सलाह को अपनाकर किसान फसल की गुणवत्ता और उत्पादन दोनों में सुधार कर सकते हैं.