देशभर में खरीफ सीजन की बुवाई को लेकर तैयारियां तेज हैं. किसान खेत तैयार करने में जुटे हैं. किसान खाद-बीज की व्यवस्था में जुटे हैं. लेकिन, ठगी करने वाले लोग किसानों को नकली-खाद बीज बेचने पर आमादा हैं. इस बीच, राजस्थान में नकली खाद को लेकर अभियान चलाया जा रहा है, ताकि किसानों को धोखाधड़ी से बचाया जा सके. इसी क्रम में राज्य में नकली खाद की फैक्ट्रियों की धरपकड़ के लिए अभियान चला रहे राज्य के कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा शुक्रवार को ब्यावर पहुंचे.
इस दौरान मंत्री मीणा ने शहर के रीको इंडस्ट्रियल क्षेत्र के ई ब्लाक स्थित एक फैक्ट्री पहुंचे, जहां पर उन्हें नकली खाद बनाने की सूचना मिली थी. लेकिन, फैक्ट्री में मिनरल ग्राइंडिंग यूनिट संचालित होते पाया गया. बताया जा रहा है कि करीब 6-7 साल पहले उस फैक्ट्री में खाद बनाई जाती थी.
फैक्ट्री के निरीक्षण के दौरान मंत्री मीणा को खाद बनाने संबंधी किसी भी प्रकार का कोई संकेत नहीं मिला. फैक्ट्री में काम कर रहे लोगों से मंत्री मीणा ने अपने तरीके से पूछताछ की, लेकिन उन्हें किसी भी प्रकार से खाद बनाने संबंधी कोई बात सामने नहीं आई.
संतुष्टिपूर्ण जानकारी मिलने के बाद मंत्री मीणा वापस जयपुर के लिए रवाना हो गए. कृषि मंत्री मीणा के अचानक ब्यावर पहुंचने की सूचना पर पुलिस महकमा भी अलर्ट हो गया था. पुलिस की एक टीम रीको क्षेत्र में पहुंच गई. मालूम हो कि कृषि मंत्री किरोडी लाल मीणा ने अभी प्रदेशभर में नकली खाद बनाने वाली फैक्ट्रियों के खिलाफ एक अभियान चला रखा है.
गुरुवार ही मीणा ने अजमेर जिले के सिलोरा कस्बा स्थित रीको एरिया में एक नकली खाद की फैक्ट्री पकड़ी थी. ब्यावर रीको में एक फैक्ट्री का निरीक्षण करने के बाद मीडिया से रूबरू होते हुए मंत्री मीणा ने बताया कि मुनाफाखोर देश के किसानों के साथ धोखाधड़ी कर रहे है.
मार्बल की स्लेरी से नकली डीएपी, यूरिया तथा पोटास बनाकर बेच रहे है जिसके कारण किसानों की जमीने बंजर हो रही है. उन्होंने बताया कि ब्यावर से लेकर अजमेर तक कुल 34 ऐसी फैक्ट्रियां संचालित हो रही है, जहां नकली खाद बनाई जा रही है. मंत्री मीणा ने बताया कि देश के अन्नदाता के साथ हो रहा खिलवाड किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.