Rakhi Tips: इस साल बीजों से बनाएं ये खास राखी, पर्यावरण का भी होगा बचाव

Rakhi Tips: इस साल बीजों से बनाएं ये खास राखी, पर्यावरण का भी होगा बचाव

राखी हर साल सावन यानी मॉनसून के महीने में आती है. ऐसे में राखी बनाने से पहले आप मौसम के हिसाब से बीजों का चयन कर सकते हैं. राखी बनाने के लिए तुलसी, मौसमी, नींबू, करी पत्ता, नीम, सेम, नीलम, तुलसी और कुछ मौसमी फूलों और सब्जियों के बीजों का इस्तेमाल किया जा सकता है. आप सिंथेटिक धागे की जगह कपास, रोली या ऊन का इस्तेमाल करके यह राखी बना सकते हैं.

बीज से बनाएं राखीबीज से बनाएं राखी
क‍िसान तक
  • Noida,
  • Aug 12, 2024,
  • Updated Aug 12, 2024, 4:32 PM IST

रक्षाबंधन भाई-बहन के रिश्ते के प्यार को दर्शाने वाला त्योहार है, जो इस साल 19 अगस्त को मनाया जाएगा. इस त्योहार पर बहनें अपने भाइयों को राखी बांधती हैं और उनकी लंबी उम्र की कामना करती हैं. साथ ही भाई अपनी बहन की रक्षा का वचन देता है. राखी में बहनें अक्सर प्लास्टिक और सिंथेटिक मटेरियल से बनी राखियां बांधती हैं जो नॉन-बायोडिग्रेडेबल होती हैं और पर्यावरण को नुकसान पहुंचा सकती हैं. ऐसे में इस साल आप अपने भाइयों के प्रति न सिर्फ अपने प्यार का इजहार कर सकती हैं बल्कि उन्हें बीजों से बनी राखी बांधकर पर्यावरण के प्रति भी अपना प्यार दिखा सकती हैं. जिसका इस्तेमाल बाद में पेड़ लगाने के लिए भी किया जा सकता है.

इन बीजों से बनाएं राखी

राखी हर साल सावन यानी मॉनसून के महीने में आती है. ऐसे में राखी बनाने से पहले आप मौसम के हिसाब से बीजों का चयन कर सकते हैं. राखी बनाने के लिए तुलसी, मौसमी, नींबू, करी पत्ता, नीम, सेम, नीलम, तुलसी और कुछ मौसमी फूलों और सब्जियों के बीजों का इस्तेमाल किया जा सकता है. आप सिंथेटिक धागे की जगह कपास, रोली या ऊन का इस्तेमाल करके यह राखी बना सकते हैं. राखी को सजाने के लिए मोर के पंख, रंग, कच्ची लकड़ी और कागज से बने मोतियों का इस्तेमाल किया जा सकता है. खुशबू आदि के लिए इलायची के दाने और कपूर का इस्तेमाल किया जा सकता है. बीजों को चिपकाने के लिए आप खाने योग्य गोंद का इस्तेमाल कर सकते हैं. इससे बीजों को नुकसान नहीं पहुंचता है.

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फूलों के बीज का करें इस्तेमाल

फूलों के बीजों का इस्तेमाल राखी बनाने में भी किया जा सकता है. दरअसल, फूलों का शौक हर किसी को होता है. ऐसे में इस बीज से बनी राखी को भाई की कलाई पर बांधने के बाद आप इसे घर में किसी गमले में आसानी से लगा सकती हैं. इससे मन के साथ-साथ वातावरण भी खुश रहेगा.

क्यों मनाया जाता है राखी का त्योहार

पौराणिक कथाओं के अनुसार, भगवान कृष्ण की उंगली गलती से सुदर्शन चक्र से कट गई थी. यह देखकर द्रौपदी ने अपनी साड़ी का एक कपड़ा फाड़ा और खून बहने से रोकने के लिए उसे चोट पर बांध दिया. भगवान कृष्ण उनके इस भाव से बहुत प्रभावित हुए और उन्होंने हमेशा उनकी रक्षा करने का वचन दिया. उन्होंने यह वचन तब पूरा किया जब द्रौपदी को हस्तिनापुर के राज दरबार में सार्वजनिक रूप से अपमानित होना पड़ा. रक्षा बंधन का महत्व रक्षा बंधन का त्योहार भाई-बहन के प्यार और भाइयों द्वारा बहनों की रक्षा के प्रतीक के रूप में भी मनाया जाता है. इस दिन बहनें भाइयों को राखी बांधती हैं और उन्हें मिठाई खिलाती हैं. वहीं, भाई इस दिन अपनी बहनों की रक्षा करने का वचन देते हैं.

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कब है राखी और शुभ मुहूर्त

रक्षाबंधन सावन की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है. पंचांग के अनुसार इस वर्ष सावन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि 19 अगस्त, सोमवार को प्रातः 3:04 बजे प्रारंभ हो रही है, जबकि इसका समापन 19 अगस्त को रात्रि 11:55 में हो रहा है. इस साल रक्षाबंधन पर सुबह राखी बांधने का कोई शुभ मुहूर्त नहीं है. शुभ मुहूर्त दोपहर 2:07 बजे से रात 8:20 बजे तक रहेगा. अगर आपको राखी बंधवानी है तो आप शाम 6:57 बजे से रात 9:10 बजे तक प्रदोष काल में बंधवा सकते हैं, यह समय बहुत शुभ है. इस बार सुबह भद्रा रहेगी, इसलिए आप राखी सुबह नहीं बंधवा पाएंगे.

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