Agri Quiz: किस फल की वैरायटी है खासी, इसकी उन्नत किस्में कौन-कौन सी हैं?

Agri Quiz: किस फल की वैरायटी है खासी, इसकी उन्नत किस्में कौन-कौन सी हैं?

फल खाना सेहत के लिए फायदेमंद माना जाता है. इसलिए मार्केट में भी पूरे साल बाजार में फलों की डिमांड रहती है. ऐसे में आइए जानते हैं कि किस फल की वैरायटी खासी है. इसकी उन्नत नस्लों के बारे में भी जान लेते हैं कि इसके किस्मों की क्या खासियत है.

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Agri Quiz: किस फल की वैरायटी है खासी, इसकी उन्नत किस्में कौन-कौन सी हैं?किस फल की वैरायटी है खासी

खुद को स्वस्थ और सेहतमंद रखने के लिए लोग कई तरह के फल खाते हैं, जिसमें ज्यादातर लोग सेब, केला, अनार, अमरूद को ही शरीर के लिए सबसे लाभदायक फल मानते हैं. इसलिए मार्केट में पूरे साल फलों की डिमांड रहती है. वहीं, कई फलों की ऐसी किस्में हैं जो उनकी खासियत को बढ़ा देते हैं. ऐसे में आइए जानते हैं कि किस फल की वैरायटी खासी है. दरअसल, ये संतरे की एक खास वैरायटी है. फलों में संतरे का अपना एक महत्वपूर्ण स्थान है. इस फल को गर्मी के दिनों में लोग खूब खाना पसंद करते हैं. ऐसे में आइए ये भी जानते हैं संतरे की कौन-कौन सी उन्नत किस्में हैं?

संतरे की 5 उन्नत किस्में

खासी किस्म: खासी संतरा को सिक्किम संतरा के नाम से भी जाना जाता है. असम और मेघालय में इसकी व्यावसायिक स्तर पर खेती की जाती है. इसके किस्म के पेड़ सामान्य से बड़े आकार के होते हैं. इसके पत्ते घने और कांटों वाले होते हैं. इसका फल संतरी-पीले से गहरे संतरी रंग का होता है और नर्म भी होता है. इस किस्म के फल में 9 से लेकर 25 बीज होते हैं.

मैंडरिन किस्म: भारत में नागपुरी संतरा काफी प्रसिद्ध है. नागपुर को "ऑरेंज सिटी" के नाम से जाना जाता है. यहां का मैंडरिन किस्म का संतरा पूरे देश में सबसे लोकप्रिय है. मैंडरिन संतरे विदर्भ क्षेत्र की सतपुड़ा पहाड़ियों में उगाए जाते हैं. नागपुर के संतरे अपने खट्टे-मीठे स्वाद के लिए काफी मशहूर है.

कुर्ग किस्म: इस किस्म संतरे का पेड़ काफी अधिक घना होता है. इसके फल चमकीले संतरी रंग के होते हैं. इस किस्म का आकार मध्यम से बड़े आकार के होते हैं. इन्हें आसानी से छिला जा सकता हैं. इसे छिलने पर 9-11 फाड़ियां होती है. इसमें 15-25 बीज होते है. ये किस्म अन्य किस्मों से अधिक रसदार होता है.

नेवल किस्म: नेवल संतरों को मुख्य रूप से ताजे फल के रूप में खाया जाता है. इसके अलावा, नेवल संतरों को जूस के लिए भी बेस्ट माना जाता है. यह फल आमतौर पर बीजरहित होता है और वालेंसिया किस्म के संतरे के फल की तुलना में आकार में बड़ा होता है.

सेविला किस्म: सेविला संतरे को खट्टे संतरा भी कहा जाता है. अत्यधिक अम्लीयता के कारण इन्हें आमतौर पर नाश्ते के रूप में छीलकर नहीं खाया जाता है, लेकिन इसका उपयोग खाना पकाने में किया जाता है. बहुत से लोग खट्टे संतरे का उपयोग मुरब्बा, सलाद ड्रेसिंग और सॉस बनाने के लिए करते हैं. सेविला संतरे की खेती अभी भी मुख्य रूप से स्पेन में की जाती है.

संतरे की रोपाई का तरीका

संतरे की पौध नर्सरी में तैयार करने के बाद उन्हें खेत में तैयार किए गए गड्ढों में लगाया जाता है. सबसे पहले गड्ढे में खुरपी की सहायता से एक छोटा गड्ढा तैयार कर लें. अब छोटे वाले गड्डे में पौधे की पॉलीथिन को हटाकर उसमें लगा देते हैं और पौधे को चारों तरफ से अच्छे से मिट्टी से भर देते है. पौधा लगाने से पहले प्रत्येक गड्ढे में 20 किलोग्राम गोबर की खाद और 1 किलोग्राम सुपर फास्फेट मिला ले. संतरे के पौधे में दीमक नियंत्रण के लिए मिथाइल पैराथियान 50-100 ग्राम हर गड्ढे में मिलाएं.

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