तुलसी एक ऐसा पौधा है जो हर घर में देखने को मिल जाता है. हर दिन इसकी पूजा भी होती है. तुलसी का पौधा न केवल आपके घर की शोभा बढ़ाता है बल्कि शांति और खुशहाली का एहसास भी दिलाता है. तुलसी के पौधे का महत्व पद्मपुराण, ब्रह्मवैवर्त, स्कंद और भविष्य पुराण के साथ गरुड़ पुराण में भी बताया गया है, कहते हैं सुबह के समय तुलसी के पौधे में जल देने से घर में सुख और समृद्धि का वास होता है. धार्मिक अनुष्ठानों में भी तुलसी का प्रयोग किया जाता है. एक बार तुलसी लग गई तो सालों साल चलती है.
अगर आपके घर की तुलसी बार-बार सूख जाती है तो यहां कुछ टिप्स हैं जिनकी मदद से आप इसे हरा भरा बनाए रख सकते हैं. कहते हैं आपकी तुलसी जितनी हरी भरी होगी घर में उतनी ही बरकत आएगी.
प्रूनिंग: तुलसी को घना बनाने के लिए इसकी नियमित छंटाई करें. फरवरी के बाद आप प्रूनिंग नहीं कर पाएंगे. जब आप ऊपरी पत्तियों और शाखाओं को काटते हैं, तो इससे पौधे को ज्यादा एनर्जी मिलती है और इसकी शाखाएं घनी बनती हैं. जब पौधा छोटा हो तो छंटाई शुरू कर दें. बार-बार काट-छांट करने से न डरें! आप जितनी अधिक छंटाई करेंगे, आपकी तुलसी उतनी ही अधिक झाड़ीदार हो जाएगी. जब तुलसी के पौधे में फूल आना शुरू हो जाएं तो इसे तोड़ दें इससे पौधा घना होगा.
सूरज की रोशनी: तुलसी को सनलाइट पसंद है. यह तेज, सीधी धूप में सबसे अच्छा पनपता है. अगर आप चाहते हैं कि तुलसी का पौधा घना हो तो इसे ऐसी जगह रखें जहां हर दिन कम से कम 4-6 घंटे धूप मिले. यदि आपकी तुलसी की पत्तियां पीली दिखने लगें या पौधा फलीदार हो जाए, तो हो सकता है कि उसे पर्याप्त धूप नहीं मिल रही हो.
तुलसी के लिए खाद
अपने तुलसी के पौधे में एप्सम साल्ट डाल सकते हैं. इसे तुलसी और बाकी के पौधों में भी महीने में एक बार डाल सकते हैं. इससे तुलसी के पत्ते हमेशा हरे भरे और हेल्दी बने रहते हैं.
जानिए तुलसी लगाने के फायदे
धार्मिक महत्व के ज्यादा तुलसी का वैज्ञानिक महत्व है. इसे नेचुरल एयर प्यूरिफायर माना जाता है. तुलसी करीब 12 घंटे ऑक्सीजन छोड़ती है. ये कार्बन मोनो ऑक्साइड, कार्बन डाई ऑक्साइड व सल्फर डाईऑक्साइड जैसी जहरीली गैस भी सोखती है. घर में तुलसी लगाने से कीड़े मकोड़े भी नहीं आते हैं. इसके अलावा सर्दी, जुकाम से लेकर हेयर फॉल और कई संक्रामक रोगों से निपटने में तुलसी कारगर है.