आजकल खेती-किसानी से खूब फायदा हो रहा है. इसके लिए जरूरी है कि खेती के तरीके में कुछ बदलाव किया जाए. सब्जियों के खेती से अच्छी-खासी कमाई कर सकते हैं. इसके लिए कुछ खास तरह की फसलें लगानी होगी. जिससे ज्यादा से ज्यादा मुनाफा कमाया जा सकता है. चलिए आपको 5 ऐसी सब्जियों के बारे में बताते हैं, जिसे उगाकर मोटा मुनाफा कमाया जा सकता है.
सितंबर महीने में किसान काले टमाटर की खेती कर सकते हैं. इससे अच्छी-खासी कमाई हो सकती है. काले टमाटर की खेती के लिए मिट्टी की बढ़िया जुताई कर लें. इसकी खेती के लिए मिट्टी का पीएच मान 6 से 7 के बीच ठीक रहता है. गर्म जलवायु में इसकी ग्रोथ अच्छी होती है. काले टमाटर में लाल टमाटर के मुकाबले फल आने में ज्यादा वक्त लगता है. काले टमाटर की फसल आने में 3 महीने का वक्त लगता है.
मूली की खेती खरीफ, रबी और जायद के मौसम में की जाती है. मूली की खेती के लिए कतारों में बुवाई या मेड़ों पर बुवाई की जा सकती है. बीज को 3-4 सेंटीमीटर गहराई में बीज बोना चाहिए. कतारों के बीच 30 सेंटीमीटर की दूरी होना चाहिए और पौधों के बीच 8-10 सेंटीमीटर की दूरी होनी चाहिए. मूली को पॉलीहाउस में उगाकर अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है. मूली की कुछ किस्में 40 से 50 दिन में तैयार हो जाती है.
बैंगन की खेती के लिए सर्दी में सबसे अच्छा समय अक्टूबर-नवंब का माना जाता है. हालांकि गर्मी में भी बैंगन की खेती होती है. इस मौसम में इसकी नर्सरी फरवरी-मार्च में तैयार की जाती है. जबकि मार्च में रोपाई होती है. बैंगन की खेती के लिए सबसे उपयुक्त तापमान 21-30 डिग्री सेल्सियस माना जाता है. इसकी खेती के लिए 6.5-7.5 पीएच वाली मिट्टी अच्छी होती है.
गाजर की बुवाई के लिए सबसे अच्छा समय सिंतबर से नवंबर के बीच माना जाता है. हालांकि गाजर की अलग-अलग किस्मों की खेती अलग-अलग समय में होती है. गाजर की खेती के लिए नियमित रूप से पानी चाहिए. कम अवधि वाली गाजर की किस्म लगाकर 2 महीने के अंदर अच्छा उत्पादन ले सकते हैं. इससे अच्छी-खासी कमाई होगी.
हरी मिर्च की खेती से अच्छी-खासी कमाई होती है. हरी मिर्च की खेती 3 मौसम में होती है. बरसात में मिर्च की खेती मई-जून में शुरू की जाती है. जबकि सर्दी में नवंबर में बीज बोना चाहिए. गर्मी के मौसम में हरी मिर्च की खेती जनवरी-फरवरी में करना चाहिए. हरी मिर्च की डिमांड सालभर होती है. सिंचित इलाकों में मिर्च की फसल लगाने पर अच्छा उत्पादन होता है.