ज्यादातर लोग ऑर्गेनिक फल खाना चाहते हैं. लेकिन मार्केट में मिलने वाले फलों पर उनको भरोसा नहीं होता है. एक तरीके से ऑर्गेनिक फल खा सकते हैं. बालकनी या छत पर इसे उगा सकते हैं. तरबूज भी एक ऐसा ही फल है, जिसे छत पर आसानी से उगाया जा सकता है. बालकनी में तरबूज उगाने के लिए कुछ टिप्स बताते हैं.
तरबूज उगाने के लिए कम से कम 18 इंच गहरा और 18-24 इंच चौड़ा गमला होना चाहिए. इस गमले में नीचे की तरफ एक छेद होना चाहिए, ताकि पानी निकल सके.
गमले में बागवानी वाली मिट्टी भरें. इसमें 30 फीसदी कम्पोस्ट मिलाएं. इसके साथ ही इसमे 20 फीसदी रेत भी मिलाना चाहिए, ताकि जल निकासी अच्छी तरह से हो सके. मिट्टी को अच्छे से मिलाकर एक-दो दिन के लिए छोड़ दें. गमले में मिट्टी भरने से पहले कुछ कंकड़ डाल दें, ताकि पानी रुके नहीं.
गमले में एक से डेढ़ इंच का गड्ढा बनाएं और हर गड्ढे में 2-3 बीज डालना चाहिए. अगर गमला बड़ा है तो बीजों के बीच की दूरी 6-8 इंच होनी चाहिए. बीज बोने के बाद गमले में हल्का पानी डालना चाहिए. जब मिट्टी सूखने लगे, तब उसमें पानी देना चाहिए. ज्यादा पानी देने से जड़ें सड़ सकती हैं. गमले को ऐसी जगह पर रखना चाहिए, जहां रोजाना 6 से 8 घंटे धूप आती हो. 7 से 10 दिन में बीज अंकुरित हो जाएंगे.
तरबूज के बेल की समय-समय पर छंटाई करनी चाहिए. इसकी बेल बढ़ने के लिए सहारे की जरूरत होती है. इसलिए आसपास कुछ छोटी-छोटी लकड़ी से मचान बना सकते हैं. समय-समय पर इसकी छंटाई करें, ताकि पौधे की एनर्जी फल पर फोकस हो. 70 से 90 दिन के बीच पौधे में फल आने लगते हैं.
फलों को कीटों से बचाने के लिए उसपर नेट लगा सकते हैं या नीम का तेल भी छिड़क सकते हैं. इससे कीट नहीं पनपते हैं. अगर गमले में तरबूज उगाना चाहते हैं तो छोटे फल वाले बीज इस्तेमाल करने चाहिए.
तरबूज को गर्मियों का सुपरफूड कहा जाता है. गर्मी के मौसम में तरबूज खूब खाया जाता है. तरबूज खाने से बॉडी में पानी की कमी नहीं होती है. इसमें फाइबर होता है. जिससे पाचन तंत्र मजबूत होता है. इसको खाने से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है और बीमारियों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है. तरबूज खाने से ब्लड प्रेशर कंट्रोल होता है. तरबूज खाने से स्किन चमकदार होती है. तरबूज में कम कैलोरी और ज्यादा पानी होता है. इससे वजन कंट्रोल होता है. तरबूज खाने से बाल मजबूत और चमकदार होते हैं.