
देश के किसान खेतों में अच्छी पैदावार के लिए रसायनिक उर्वरकों का भरपूर उपयोग करते हैं. लेकिन, अधिक मात्रा में इसका उपयोग स्वास्थ्य और खेत की उर्वरा शक्ति को प्रभावित कर सकता है. इसलिए देश के किसानों को हमेशा सीमित मात्रा में रसायनों के उपयोग या फिर जैविक खेती करने की सलाह दी जाती है. इस तरह की खेती से होने वाले अनाज या फल सब्जियों की पैदावार अच्छी और पोषक गुणों से भरपूर होती है. यह हमारे स्वास्थ्य के साथ साथ खेत की उर्वरा शक्ति बनाए रखने में भी मदद करती है. इसी कड़ी में उत्तराखंड सरकार भी जैविक खेती को बढ़ावा देने जा रही है, जिसके तहत राज्य में 50 हजार पॉलीहाउस लगाए जाएंगे.
असल में राजय में जैविक खेती को बढ़ावा देने और लोगों को इससे जोड़ने के प्रयास में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बीते दिन सीएम आवास में स्थित पॉलीहाउस का निरीक्षण किया.
बीते दिन उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने सीएम आवास के पॉलीहाउस पहुंचे. जहां उन्होंने जैविक खेती का फार्म देखा. सीएम धामी ने बताया कि आने वाले 2 सालों में राज्य में ऐसे लगभग 50 हजार पॉलीहाउस का निर्माण कराया जाएगा. जहां पूरी तरह से जैविक खेती को बढ़ाने का काम किया जाएगा. इसके लिए राज्य के लोगों को प्राकृतिक खेती के साथ जोड़ने का प्रयास किया जाएगा.
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आप सब लगभग जैविक खेती के महत्व को अच्छी तरह से जानते हैं. आपको बता दें कि सिक्किम देश का पहला राज्य है जहां पूरी तरह से रसायन मुक्त शत प्रतिशत जैविक खेती की जाती है. पिछले कुछ सालों से लगातार इस तरह की खेती को बढ़ावा दिए जाने का प्रयास जोरों पर है, जिसमें किसानों का भी अच्छा सहयोग देखने को मिल रहा है. जिसके कारण उत्तराखंड भी शत प्रतिशत जैविक खेती करने वाला राज्य बनने के काफी करीब है. उत्तराखंड में जैविक खेती को भरपूर बढ़ावा मिल रहा है. सीएम हाउस की तर्ज बर राज्य में बनाए जा रहे 50 हजार पॉलीहाउस से राज्य में बड़े पैमाने में जैविक खेती को बढ़ावा मिलेगा.