न्यू हॉलैंड ट्रैक्टर की कंपनी सीएनएच इंडस्ट्रियल अब भारत में अपना दूसरा ट्रैक्टर मैन्युफैक्चरिंग प्लांट स्थापित करने की तैयारी है. बता दें कि सीएनएच इंडस्ट्रियल 19.8 बिलियन डॉलर राजस्व वाली एक इटैलियन-अमेरिकन कृषि और निर्माण उपकरण बनाने वाली कंपनी है और इसके भारत में चार मैन्युफैक्चरिंग प्लांट पहले से हैं. कंपनी के वैश्विक मुख्य कार्यकारी अधिकारी, गीट मार्क्स ने कहा कि यह हमारे यहां पहले से मौजूद प्लांट से बड़ा होगा. हमारा लक्ष्य अगले पांच सालों में भारत में अपने मार्केट शेयर को दोगुना करना है. ये वही कंपनी है जो 'CASE आईएच' गन्ना हार्वेस्टर और 'CASE' निर्माण उपकरण भी बनाती है.
उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में 60 एकड़ में बना सीएनएच का मौजूदा पहले ट्रैक्टर प्लांट की क्षमता सालाना 60,000 ट्रैक्टर बनाने की है, जो बढ़कर 70,000 तक पहुंच सकती है. नए प्लांट को लेकर मार्क्स ने कहा कि हम एक ऐसी जगह की तलाश कर रहे हैं जहां ज्यादा जमीन हो और जहां हम एक बड़ा प्लांट लगा सकें. 2024 में, सीएनएच ने ग्रेटर नोएडा प्लांट से लगभग 51,000 ट्रैक्टरों का निर्माण किया, जिनमें से 37,000 घरेलू स्तर पर बेचे गए और बाकी 14,000 अमेरिका, यूरोप और अन्य विदेशी बाजारों में निर्यात किए गए. न्यू हॉलैंड का घरेलू ट्रैक्टर बाजार में बहुत छोटा हिस्सा है, जो लगभग 9,00,000 यूनिट्स हैं.
मार्क्स ने आगे कहा किहम चाहते हैं कि 2030 तक यह कम से कम दोहरे अंक तक पहुंच जाए. गन्ना कटाई मशीनों और छोटे स्क्वैर बेलरों में हम पहले से ही 60 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ बाजार में अग्रणी हैं. मंगलवार को, सीएनएच ने अपने ग्रेटर नोएडा प्लांट से 35-55 हॉर्सपावर रेंज वाले अपने पहले "मेड-इन-इंडिया" कॉम्पैक्ट फोर-व्हील ड्राइव ट्रैक्टर का अनावरण किया. ये ट्रैक्टर यूरोपीय और उत्तरी अमेरिकी बाजारों में निर्यात के लिए हैं. मार्क्स ने कहा कि सीएनएच भारत को घरेलू और वैश्विक बाजार दोनों के लिए विनिर्माण और नवाचार केंद्र के रूप में स्थापित कर रहा है.
उन्होंने कहा कि भारत को पहले एशिया-प्रशांत का हिस्सा माना जाता था और उसे पर्याप्त प्राथमिकता नहीं दी जाती थी. लेकिन अब, हम देश के मजबूत आपूर्तिकर्ता पारिस्थितिकी तंत्र, लागत लाभ और कुशल कार्यबल का लाभ उठाने पर विचार कर रहे हैं, ताकि घरेलू जरूरतों को पूरा करने के साथ-साथ वैश्विक रूप से प्रतिस्पर्धी उत्पाद भी उपलब्ध कराए जा सकें.
सीएनएच का भारतीय कारोबार 65 प्रतिशत कृषि से, 32 प्रतिशत निर्माण उपकरणों से और 3 प्रतिशत वित्तीय सेवाओं से आता है. ग्रेटर नोएडा ट्रैक्टर प्लांट के अलावा, कंपनी के पास पुणे में एक कंबाइन हार्वेस्टर इकाई, पीथमपुर (मध्य प्रदेश) में एक बैकहो लोडर और अन्य निर्माण उपकरण, के अलावा गुरुग्राम में एक प्रौद्योगिकी-सह-उत्पाद विकास केंद्र है.
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